पीएम मोदी की मां को गाली देने के मामले में मुकेश सहनी ने रविवार को कहा कि वीडियो की सत्यता की जांच होनी चाहिए, क्योंकि भ्रमित करना बीजेपी का काम रहा है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि किसी के लिए भी अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करना लोकतंत्र की मर्यादा के खिलाफ है.
अमर्यादित शब्दों के इस्तेमाल पर क्या बोले?
विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की सभा में पीएम नरेंद्र मोदी की माता के खिलाफ अमर्यादित शब्दों के इस्तेमाल करने की घटना की निंदा की है. इसे लोकतंत्र की मर्यादा के खिलाफ बताया है.
उन्होंने कहा कि वीआईपी किसी के लिए भी अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करने के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार है, इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो भी इस कृत्य में शामिल हो, उसकी पहचान कर उसे सजा दी जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर राजनीति करना कहीं से ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी तेजस्वी यादव की लोकप्रियता से डर गई है, इस कारण इस घटना पर राजनीति कर रही है.
बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि बीजेपी की नीति शुरू से ही लोगों को भरमाने की रही है, इसलिए वायरल वीडियो की सत्यता की भी जांच होनी चाहिए.
मामले में कार्रवाई करनी चाहिए-सहनी
उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे ऐसी घटना की फिर से पुनरावृत्ति नहीं हो सके. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के बढ़ते जनसमर्थन के कारण बीजेपी ही नहीं, पूरा एनडीए घबरा गया है, जिस कारण उसके नेता अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं. सहनी ने कहा कि बिहार की जनता सब समझ चुकी है.
ये भी पढ़ें: 'लफंगों को ट्रेनिंग दे रहे तेजस्वी यादव', बोले JDU नेता- अर्थी सजी हुई है...