गया: बोधगया में एक बार फिर शराबबंदी हटाने की मांग उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के सामने खुले मंच से की गई है. शुक्रवार को मंच से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि बोधगया अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल सिर्फ कहने से नहीं होता है बल्कि यहां आने वाले विदेशी मेहमानों को खाने पीने के चीजों को प्रबंध करने से होता है. विदेशों से हवाई जहाज से विदेशी पर्यटक यहां घूमने आते हैं, लेकिन पर्यटक रुकते नहीं हैं. कहा कि अगर शराबबंदी समाप्त हो जाती है तो पर्यटन में 10 गुना वृद्धि होगी. हम भी सीएम से इसे हटाने की मांग करेंगे.


मांझी ने जताई शराबबंदी जताने की इच्छा


उन्होंने आगे कहा कि लोग खाने पीने के लिए सीधा वाराणसी या फिर झारखंड से सटे बॉर्डर इलाके में चले जाते है. हम थोड़ा बदनाम हैं. पर्यटक थोड़ी देर के लिए हीं आते है क्योंकि यहां खाने पीने का प्रबंध नहीं होता है जिसके कारण विदेशी मुद्रा की क्षति हो रही है. मांझी ने सीएम नीतीश कुमार निशाना साधते हुए कहा कि नींबू ज्यादा निचोड़ने से तीता हो जाता है. इसके लिए हम तेजस्वी यादव से कह रहे हैं कि इसे समाप्त करने के लिए नीतीश जी को कहें. हम भी अंदर अंदर शराबबंदी को समाप्त करने के लिए मांग करेंगे. मांझी ने कहा कि अगर शराबबंदी समाप्त हो जाती है तो पर्यटन में 10 गुना वृद्धि होगी. बोधगया को जो महानता हासिल करना चाहिए था सही मायने में नहीं किया है.





तेजस्वी की प्रतिक्रिया


इसके लिए तेजस्वी यादव आप संकल्प लीजिए और बोधगया विकास प्राधिकार बना दीजिए. अगर मैं कुछ दिन और मुख्यमंत्री रहता  तो जरूर बना देता. बताया कि इस क्षेत्र के लोग कृषि पर ज्यादा निर्भर हैं. इसलिए यह आवश्यक है कि यहां कृषि विश्वविद्यालय बनाया गया ताकि लोगों को कृषि के जरिए रोजगार उपलब्ध हो सके. पूर्व सीएम मांझी के शराबबंदी वाले बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह जीतन राम मांझी का अपना विचार था. सभी को अपने विचार रखना चाहिए. इसमें कोई पाबंदी है क्या? इसमें कोई आपत्ति नहीं है. अब शराबबंदी का तो सभी लोगों ने मिलकर निर्णय लिया था. इस पर हम तो अधिकृत ही नहीं हैं कि कुछ कह सकें.


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