Bihar News: कागजात एवं अन्य कमियां मिलने पर देश भर में गाड़ियों का चालान ऑनलाइन काटकर वाहन मालिक को भेजा जा रहा है. परिवहन विभाग की यह व्यवस्था ठीक है लेकिन कई बार लोग बेवजह भी परेशान हो जाते हैं. ताजा मामला बिहार के रोहतास का है. काराकाट थाना क्षेत्र के लोरीबांध गांव निवासी परमेंद्र सिंह की गाड़ी (हार्वेस्टर) उनके घर पर थी लेकिन चालान लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में कट गया. जब परमेंद्र सिंह को 5000 के चालान का मैसेज आया तो उन्हें बड़ा झटका लगा. इस मामले में उन्होंने काराकाट थाने में बीते रविवार (19 जनवरी) को आवेदन दिया है.
क्या है पूरा मामला?
लोरीबांध गांव निवासी रामबचन सिंह के पुत्र परमेंद्र सिंह के पास हार्वेस्टर गाड़ी (नंबर BR 24 GC 8388) है. यह गाड़ी उनके घर के बाहर महीनों से खड़ी है. परमेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी इस गाड़ी (हार्वेस्टर) का चालान उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में 15 जनवरी 2025 को दोपहर 1:45 बजे काटा गया है. चालान नंबर से ऑनलाइन डिटेल देखने पर पता चला कि किसी ट्रक की तस्वीर खींचकर उसे अपलोड किया गया है और 5000 रुपये का फाइन किया गया है.
परमेंद्र सिंह ने की थाने में शिकायत
यह मैसेज आने के बाद 19 जनवरी को परमेंद्र सिंह ने काराकाट थाने में आवेदन दिया. आवेदन में उन्होंने इस संबंध में पूरी जानकारी दी है. काराकाट अपर थानाध्यक्ष रवि भूषण कुमार ने बताया कि वाहन स्वामी परमेंद्र सिंह का आवेदन प्राप्त हुआ है. उनका कहना है कि उनकी गाड़ी लखनऊ तो क्या उत्तर प्रदेश ही नहीं गई है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. संबंधित अधिकारियों को सूचना भेजी जाएगी.
उधर इस तरह की घटना से एक बार फिर से ई-चालान सिस्टम की निष्पक्षता और उसकी प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं. वाहन मालिकों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन गई है क्योंकि कई बार बिना किसी कारण के चालान कट जा रहे हैं.
बता दें कि ई-चालान सिस्टम का मुख्य उद्देश्य परिवहन विभाग में पारदर्शिता लाना और भ्रष्टाचार पर रोक लगाना था. कई वाहन मालिकों का कहना है कि इस सिस्टम के जरिए उन्हें कई बार गलत चालान का सामना करना पड़ता है. इससे न केवल समय बर्बाद हो रहा है बल्कि वे आर्थिक रूप से भी प्रभावित हो रहे हैं.
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