पटना में जेडीयू दफ्तर के सामने उर्दू-बांग्ला TET अभ्यार्थियों ने बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया है. जेडीयू दफ्तर के बाहर भारी संख्या में उर्दू-बांग्ला TET अभ्यार्थी पहुंचे हैं. प्रदर्शनकारियों ने 12000 अभ्यार्थियों को धर्म के आधार पर बाहर करने का आरोप लगाया है. साल 2013 में परीक्षा हुई थी. अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ है.
उर्दू-बांग्ला टीईटी अभ्यर्थी पहुंचे जेडीयू दफ्तर
बताया जा रहा है कि इन अभ्यर्थियों की संख्या लगभग 12 हजार है. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी सीएम नीतीश कुमार से मिलने की जिद पर अड़े हुए हैं और लगातार यहां नारेबाजी कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में कई युवतियां भी नजर आईं. भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. उर्दू-बांग्ला टीईटी अभ्यर्थियों और छात्रों ने तख्तियां हाथ में लेकर जोरदार प्रदर्शन किया है. टीईटी अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. जदयू कार्यालय में तालाबंदी भी कर दी गई है.
ये लोग रिजल्ट जारी करने और जल्द बहाली प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इन अभ्यार्थियों ने कहा कि नीतीश कुमार पर विश्वास है, अगर मांग पूरी नहीं हुई तो जेडीयू दफ्तर पर ही आत्मदाह करेंगे. उर्दू-बांग्ला टीईटी के अभ्यर्थियों का कहना था कि 10 साल हो गए, लेकिन अब तक उनका रिजल्ट नहीं प्रकाशित किया गया है. वो nai पहले भी कई बार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं.
राज्य नर्सेज एसोसिएशन के सदस्यों ने किया था विरोध
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को बिहार राज्य नर्सेज एसोसिएशन के सदस्यों ने भी पटना स्थित जदयू कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया था. उनकी मांगों में वेतन वृद्धि, सेवा शर्तों में सुधार और अन्य सुविधाएं शामिल हैं. प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने अचानक लाठीचार्ज कर दिया था, जिससे प्रदर्शनकारियों में भगदड़ मच गई थी. अब बुधवार को भी उर्दू-बांग्ला TET अभ्यार्थियों को बलपुर्वक हटाया गया है.
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