Shivraj Singh Chouhan: प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान एक दिन पहले ही रविवार को बिहार पहुंच गए हैं. भागलपुर में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसानों की राय लेने के बाद ही मखाना बोर्ड का गठन किया जाएगा और दिल्ली से कोई आदेश जारी नहीं होगा.

तेजस्वी यादव के आरोप को किया खारिज

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के इस आरोप को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री ने कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम के लिए बिहार को चुना है. उन्होंने कहा, 'तेजस्वी को पता होना चाहिए कि पीएम मोदी आज मध्य प्रदेश गए, जहां चुनाव नहीं हैं. कल बिहार के बाद उनका असम जाने का कार्यक्रम है, जहां चुनाव नहीं हैं.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, हमारे प्रधानमंत्री अपने बंगले की सुख-सुविधाओं का आनंद लेने के बजाय लोगों के बीच रहना पसंद करते हैं. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर भागलपुर और बिहार में उत्सव जैसा माहौल दिख रहा है.

सांसद पप्पू यादव की क्या है मांग?

बता दें कि पीएम के आगमन से पहले निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने पूर्णिया में मखाना बोर्ड बनाने की मांग की है. उन्होंने 24 फरवरी को पूर्णिया और आसपास के इलाकों में बंद का आह्वान किया है और ट्रेनें रोकने की चेतावनी भी दी है. पूर्णिया में मखाना बोर्ड की स्थापना की मांग को लेकर पूर्णिया-कटिहार बंद की पूर्व संध्या पर एक मशाल जुलूस भी निकाला गया है.

पूर्णिया में पप्पू यादव के समर्थकों का कहना है कि कोसी सीमांचल की हकमारी अब बर्दाश्त नहीं होगी. हमें बेंगलुरु की तर्ज पर ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि किसान सिर्फ उत्पादन बेचने के बजाय अपना उत्पादन देने की बात करें. 

ये भी पढ़ेंः 'नीतीश कुमार के बेटे को RJD ज्वाइन कर लेना चाहिए'- लालू के बड़े लाल का बिहार के सीएम पर निशाना