पटना: बिहार के गया और नालंदा जिले के जल संकट के समाधान के लिए 'गंगा उद्वह परियोजना' के तहत 190 किमी पाइपलाइन के जरिए गंगा नदी का पानी मोकामा के हथिदह से नवादा तक पहुंचाने का ट्रायल सफल रहा. इस योजना के तहत गंगा जल को गया तक लाया जाएगा. शनिवार को नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड स्थित मोतनाजे गांव में निर्माणाधीन गंगाजल उद्वह परियोजना का ट्रायल कराया गया. ट्रायल पूरी तरह सफल रहा और पाइपलाइन के जरिए पटना जिले के हाथीदह से गंगा का पानी नालंदा होते हुए नवादा के मोतनाजे पहुंचा. ट्रायल सफल होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई.


अनुमान है कि जुलाई महीने में परियोजना को चालू कर दिया जाएगा. इस परियोजना से आम लोगों को शुद्ध जल मुहैया कराया जाएगा. नवादा की डीएम उदिता सिंह ने मोतनाजे पहुंच कर परियोजना के कार्यों के साथ-साथ क्लोरिन हाउस, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट आदि का निरीक्षण किया एवं उपस्थित अधिकारियों से कार्यान्वित होने वाले योजनाओं के संबंध में फीडबैक प्राप्त किया. परियोजना के तहत फिल्टर हाउस, यूटिलिटी बिल्डिंग, कैरली फ्लोक्कुलेटर, केमिकल हाउस, फ्लोरिन हाउस, स्लैग बेल, वाश वाटर टैंक आदि का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है. इस योजना से नवादा जिले को भी जल की आपूर्ति की जाएगी. ट्रायल के दौरान गंगा जल देख ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई.


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जल जीवन हरियाली अभियान के तहत शुरू की गई थी यह योजना


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जल जीवन हरियाली अभियान के तहत यह योजना गया, बोधगया और राजगीर जैसे शहरों को पेयजल मुहैया कराएगी. इस स्कीम के पहले चरण का बजट 2836 करोड़ रुपये है और इससे गया को 43 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) और राजगीर को सात एमसीएम पानी मुहैया कराया जाएगा. दिसंबर 2019 में कैबिनेट ने इस योजना की मंजूरी दी थी.


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