सुपौल जिले के इतिहास में आज का दिन बेहद खास है. आजादी के बाद पहली बार त्रिवेणीगंज रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की सीटी गूंजेगी. शनिवार (04 अक्टूबर) को नव निर्मित त्रिवेणीगंज-अमहा पिपरा रेलखंड पर यात्री ट्रेन सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है. इस उपलब्धि की जानकारी पूर्व मध्य रेल, समस्तीपुर मंडल के मंडल वाणिज्य प्रबंधक राकेश कुमार श्रीवास्तव ने जारी पत्र के माध्यम से दी है.
जानकारी के अनुसार, 04 अक्टूबर की सुबह 10:30 बजे त्रिवेणीगंज स्टेशन पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इस मौके पर स्थानीय सांसद, विधायक और कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे. कार्यक्रम के दौरान पहली यात्री ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा.
सुपौल-अररिया और गलगलिया रेलखंड को मिली स्वीकृति
त्रिवेणीगंज तक ट्रेन सेवा का यह विस्तार सुपौल विधायक और बिहार सरकार के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के लगातार प्रयासों से संभव हुआ है. लंबे समय से चल रहे प्रयासों के बाद सुपौल-अररिया-गलगलिया रेलखंड को स्वीकृति मिली थी. अब यह सेवा त्रिवेणीगंज तक पहुंच चुकी है और आने वाले समय में इसे अररिया तक भी बढ़ाया जाएगा. इससे सीमांचल इलाके के लोगों को यात्रा में बड़ी सुविधा मिलेगी.
व्यापार और रोजगार के अवसरों में होगी वृद्धि
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस नई रेल सेवा से स्थानीय लोगों को यात्रा में आसान और सुरक्षित साधन उपलब्ध होगा. इसके अलावा, व्यापार और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होने की संभावना है. ग्रामीण इलाकों का बड़े शहरों से सीधा जुड़ाव होने से क्षेत्र का विकास तेज होगा और लोगों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आएगा.
स्थानीय लोग इस ऐतिहासिक पल को देखने और अनुभव करने के लिए स्टेशन पर उमड़ रहे हैं. दशकों के इंतजार के बाद ट्रेन सेवा शुरू होने से हर कोई उत्साहित है. स्टेशन पर उत्सव जैसा माहौल है और लोग इस पल के साक्षी बनने को उत्सुक हैं.
छात्रों और नौकरीपेशा लोगों की यात्रा होगी आसान
विशेषज्ञों का कहना है कि यह रेल सेवा न केवल यातायात सुविधा बढ़ाएगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा देगी. व्यापारियों और किसानों के लिए अब माल और कृषि उत्पाद बड़े शहरों तक आसानी से पहुंच सकेंगे. साथ ही छात्रों और नौकरीपेशा लोगों के लिए भी रोजमर्रा की यात्रा आसान होगी.
सुपौल जिले के लिए यह दिन गौरव और उपलब्धि का प्रतीक है. आजादी के बाद पहली बार त्रिवेणीगंज स्टेशन पर ट्रेन की सीटी गूंजने के साथ ही जिले में यात्रा, रोजगार और विकास की नई उम्मीदें भी जगी हैं.