गया: तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) ने आज (23 दिसंबर) विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर (Mahabodhi Temple) में विशेष पूजा अर्चना की. धर्मगुरु दलाई लामा तिब्बती मॉनेस्ट्री से महाबोधि मंदिर परिसर पहुंचे, जहां बौद्ध लामाओं ने उन्हें विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के गर्भ गृह में लेकर गए. धर्मगुरु ने वहां भगवान बुद्ध की मूर्ति को नमन किया. बोधगया में महाबोधि मंदिर स्थित स्तूप के समीप बोधि वृक्ष के नीचे विश्व शांति को लेकर विशेष पूजा अर्चना और प्रार्थना की गई. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के सान्निध्य में 33 देशों के बौद्ध धर्म के विद्वान और बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए.


बोधगया में सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध 


शनिवार की सुबह 8:30 बजे से विश्व की शांति को लेकर विशेष प्रार्थना शुरू हुई. करीब डेढ़ घंटे तक महाबोधि वृक्ष के नीचे विशेष पूजा अर्चना की गई. विश्व शांति की प्रार्थना के दौरान बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के अलावा विभिन्न देश के स्कॉलर और बहुत से श्रद्धालु शामिल हुए. विश्व शांति की कामना को लेकर प्रार्थना की गई. वहीं, दलाई लामा के आगमन को लेकर बोधगया में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. उनके आवासन स्थल तिब्बत मॉनेस्ट्री को मल्टी लेयर में सुरक्षा प्रदान की गई है. तिब्बत मोनेस्ट्री को अभेद दुर्ग के रूप में तब्दील कर दिया गया है. उनके निजी सुरक्षाकर्मी भी सुरक्षा में तैनात हैं.


50 हजार बौद्ध श्रद्धालु बोधगया पहुंच चुके हैं 


धर्मगुरु दलाई लामा लगभग एक महीने तक बोधगया में ही रहेंगे. इस दौरान 29, 30 और 31 दिसंबर को बोधगया के कालचक्र मैदान में वह प्रवचन देंगे, जिसे सुनने के लिए अब तक विश्व के कई देशों के लगभग 50 हजार श्रद्धालु बोधगया पहुंच चुके हैं. करीब 1 लाख लोगों की आने की संभावना है. बता दें कि 15 दिसंबर को दलाई लामा बोधगया पहुंचे थे.


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