कैमूर: बिहार के कैमूर से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है जहां एक डॉ की लापरवाही के कारण युवक न कभी दूल्हा बन पाएगा और न कभी पिता. मामला चैनपुर स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा है. यहां एक डॉ पर आरोप लगा है कि उन्होंने युवक की बीमारी को दूर करने की जगह नसबंदी का ऑपरेशन कर दिया. युवक हाइड्रोसील का ऑपरेशन कराने के लिए आया था, लेकिन चिकित्सकों ने उसकी नसबंदी कर दी. बाद में मालूम चला तो परिवार वाले हैरत में पड़ गए और लोगों में उबाल आ गया. पूरा मामला थाना पहुंचा और परिवार अब न्याय की गुहार लगा रहा है.


थाना पहुंचा परिवार


कुछ समय पहले ही यहां नए चिकित्सा प्रभारी डॉ सुनील कुमार ने प्रभार संभाला है. नसबंदी मामले में पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राज नारायण प्रसाद और अन्य कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है. उधर, इस मामले में परिवार वाले ने चैनपुर थाना को सूचित किया है और न्याय के साथ करवाई करने की मांग की है. आवेदन में जिसमें  बताया गया है कि चैनपुर के जगरिया गांव के राम दहीन सिंह यादव के पुत्र मनका यादव का हाइड्रोसील काफी बढ़ गया था. ईलाज के लिए आशा कार्यकर्ता को बोला था ताकि उसकी सहयोग से निशुल्क और सुलभ ढंग से इलाज हों सके. 


हाइड्रोसील के ऑपरेशन के बजाय कर दी नसबंदी


उधर, युवक आशा कार्यकर्ता के माध्यम से चैनपुर अस्पताल पहुंचा जहां कि चिकित्सकों को हाइड्रोसील का ऑपरेशन करना था, लेकिन उसकी नसबंदी कर दी गई जिससे उसकी जिंदगी पूरी तरह चौपट हो गई. युवक को नसबंदी होने की जानकारी दी तो उसके होश उड़ गए जबकि उधर चिकित्सक डॉ राज नारायण प्रसाद ने बताया कि यह आरोप गलत है. उसको जानकारी देकर ही नसबंदी हुई है.


शख्स बोला कैसे बनेगा दूल्हा कैसे होगी शादी?


युवक मनका यादव ने बताया कि मेरा हाइड्रोसील बढ़ गया था जिसको लेकर सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन कराने आया था. ऑपरेशन भी हुआ पर हाइड्रोसील के बदले नसबंदी कर दी गई. अब कैसे शादी होगी और कैसे दूल्हा बनूंगा? डॉ ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है. मैं पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा ताकि जल्द ही इस मामले में कार्रवाई हो सके.


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