पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण में प्रमुख दलों के मंत्री समेत कई दिग्गज मैदान में है. महागठबंधन के सीएम पद का घोषित चेहरा तेजस्वी सहित एनडीए के कई दिग्गज नेता मंत्रियों की होगी दूसरे चरण में अग्नि परीक्षा. इस चरण की खास बात ये है कि इसमें कई सीटें महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि कई सीटों को वीआईपी सीट का दर्जा मिला है, क्योंकि प्रमुख दलों की बड़ी हस्तियां इन सीटों से मैदान में है. ऐसी सीटों पर जीत हासिल करना दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है.


जदयू के दो मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर


बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी जेडीयू गठबंधन के तहत जेडीयू 115 सीटों पर का चुनाव लड़ रही है. जेडीयू ने दूसरे चरण में अपने 43 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. इनमें से 13 प्रत्यासी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं . साथ हीं नालंदा से जदयू कोटे के सरकार में संसदीय मंत्री श्रवण कुमार और हथुआ से समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.शेल्टर होम कांड के बाद मंत्री की कुर्सी गंवाने वाली मंजू वर्मा भी इसी चरण में चेरिया बरियारपुर से हैं, वहीं इस चरण में एक और खास सीट है हरनौत जहां से जदयू के सबसे उम्रदराज प्रत्याशी और पूर्व मंत्री हरिनारायण सिंह हैं मैदान में. परसा से पूर्व सीएम दरोगा राय के पुत्र और लालू यादव के समधी विधायक चंद्रिका यादव भी प्रमुख हैं.


बीजेपी कोटे के दो मंत्रियों की होगी


बिहार विधान सभा चुनाव के दूसरे चरण में 46 सीटों पर लड़ रही बीजेपी ने जिन उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है. उनमें वैश्य चार भूमिहार पांच,एस सी सात ब्राह्मण चार,यादव आठ,राजपुत ग्यारह,कुर्मी कुशवाहा चार, चौरसिया एक और कायस्थ दो है.दूसरे चरण बीजेपी कोटे से दो मंत्री पटना साहिब से नंदकिशोर यादव और मधुबन से राणा रणधीर चुनावी मैदान में होंगे, जबकि सीवान से पूर्व सांसद ओम प्रकाश यादव पहली बार विधायक का चुनाव से लड़ेंगे तो पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा झंझारपुर से चुनावी मैदान में होंगे.


एलजेपी की अग्नि परीक्षा


बिहार विधान सभा चुनाव इस बार लोजपा अकेले चुनावी मैदान में हैं. लोजपा के दोनों विधायक चुनावी मैदान में हैं विधायकों के साथ साथ पार्टी की भी अग्निपरीक्षा है विधायक राजू तिवारी गोविंदगंज और राजकुमार साह लालगंज से लड़ रहे हैं ऐसे में यह दोनों सीटें पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण होंगीं. पार्टी के अन्य वीआईपी उम्मीदवारों में राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के चचेरे भाई कृष्णराज रोसड़ा से और बहनोई मृणाल राजापाकर से मैदान में होंगे. अलौली से रामचंद्र सदा तो पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा खगड़िया से मैदान में है यह सीट इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय राम विलास पासवान पहली बार 1969 में अलौली से हीं जीतकर विधायक बने थे बाद में उनके छोटे भाई पशुपति कुमार पारस यहां से 7 बार विधायक रहे चुके हैं यानि परंपरादत सीट भी दांव पर है.


आरजेडी में तेजस्वी तेज सहित कई बाहुबलियों की होगी परीक्षा


दूसरे चरण में राजद ने 56 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं इस चरण में पार्टी के लिए खास ये है कि पिछले चुनाव में इस चरण में शामिल सीटों में 31 पर राजद ने जीत हासिल की थी, और इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि लालू के दोनों लाल यानी तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के चुनावी भाग्य का फैसला भी चरण इसी में होना है यानि इसी चरण में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए गए तेजस्वी प्रसाद यादव राघोपुर से तेज प्रताप हसनपुर से मैदान में हैं.


दूसरे चरण में दांव पर कांग्रेस के दिग्गज


दूसरे चरण में चुनाव में कांग्रेस के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी होगी.इस चरण में 24 सीटें मिली हैं इसमें लगभग आधे दर्जन पार्टी के दिग्गज नेता अपनी किस्मत आजमा रहे हैं पार्टी के बड़े नेताओं की सूची में शुमार हैं डॉ अशोक कुमार और विजय शंकर दुबे के अलावा कृपानाथ पाठक जिनकी प्रतिष्ठा दूसरे चरण में दांव पर है. साथ हीं पार्टी का अपनी 4 सीटिंग सीटों को भी बचाने की बड़ी चुनौती होगी. पार्टी के 2 विधायकों का विधानसभा क्षेत्र बदल गया है पिछले चुनाव में विजय शंकर दुबे मांझी से जीते थे इस बार महाराजगंज के प्रत्याशी बनाए गए हैं, साथ हीं 5 और विधायक चुनाव लड़ रहे हैं इसके अलावे पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा के किस्मत दांव पर लगेगी इस चरण में. कांग्रेस पार्टी को दूसरे चरण में