बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज में मंगलवार (11 नवंवर) को 122 सीटों पर मतदान है. उससे पहले आरजेडी नेता और महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने एनडीए को घेरा है. उन्होंने कहा है कि पहले चरण के बाद NDA खेमे में भारी गमगीन माहौल है. तेजस्वी यादव ने ये भी आरोप लगाया कि हार के खौफ से गृहमंत्री अधिकारियों से मिलकर एवं फोन पर धमकी दे रहे हैं. दो गुजराती बिहार पर कब्जा करना चाहते हैं. लेकिन जनता संविधान विरोधी कार्य करने वाले नेताओं को सबक सिखाने के लिए तैयार है.
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक संदेश में लिखा, ''पहले चरण के बाद NDA खेमे में भारी गमगीन माहौल है. हार के ख़ौफ़ से गृहमंत्री अधिकारियों से मिलकर और फोन पर धमकी दे रहे हैं. जहां ठहरते है उस होटल के CCTV बंद कराकर देर रात अधिकारियों को बुलाते हैं.''
'महागठबंधन समर्थित बूथों को डिस्टर्ब करने के निर्देश'
उन्होंने आगे लिखा, ''अभी CM आवास से बिना मुख्यमंत्री की जानकारी के भूंजा पार्टी की मित्र मंडली के ED के चंगुल में फंसे महाभ्रष्ट अधिकारी फ़ोन कर अधिकारियों को महागठबंधन के कार्यकर्ताओं को पुलिस के द्वारा वोटिंग के दिन तक डिटेन करने, महागठबंधन समर्थित मजबूत बूथों को डिस्टर्ब करने संबंधित निर्देश दिए जा रहे हैं. संबंधित रेंज के अधिकारी बैठक कर रहे हैं.''
बदलाव निश्चित है- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने ये भी लिखा, ''बदलाव निश्चित है इसलिए अधिकारी फोन करने वाले का स्क्रीनशॉट तक हमें भेज रहे हैं. बिहार सरकार के ईमानदार अधिकारी बिना रिटायर्ड अधिकारियों के दबाव में आए संविधान सम्मत अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें.''
दो गुजराती बिहार पर कब्जा करना चाहते- तेजस्वी
उन्होंने आरोप लगाया, ''दो गुजराती येनकेन प्रकारेण बिहार पर कब्जा करना चाहते है. वो बिहार को अपना उपनिवेश बनाना चाहते है. बिहार की जनता संविधान विरोधी कार्य करने वाले बेगैरत बे-ज़मीर सत्ताधारी नेताओं को कड़ा सबक सिखाने के लिए एक पैर पर खड़ी है. गणतंत्र की जननी बिहार में इनकी वोट चोरी हरगिज नहीं चलेगी. जनता हर प्रकार से यानि हर प्रकार से इनकी वोट चोरी और लोकतंत्र की डकैती रोकने के लिए तैयार है.''