बिहार में चौथे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE-4 का विज्ञापन जल्द जारी होने वाला है. उससे पहले बुधवार को शिक्षक अभ्यर्थी भारी संख्या में जदयू कार्यालय पहुंचे और कार्यालय का घेराव किया. अभ्यर्थियों ने अधिकतम उम्र सीमा में 10 साल की छूट की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की. उस समय शिक्षा मंत्री सुनील कुमार पार्टी कार्यालय में ही मौजूद थे.
अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री हाय-हाय के नारे लगाए
शिक्षा मंत्री से मिलकर अभ्यर्थी अपनी मांग उनके समक्ष रखना चाहते थे, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई. शिक्षा मंत्री जब जदयू दफ्तर से बाहर निकल रहे थे. उस दौरान अभ्यर्थियों ने हाय हाय के नारे लगाए. शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि भारी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी हैं जो शिक्षक बनने से वंचित रह सकते हैं अगर उम्र सीमा में राहत नहीं दी गई.
अभ्यर्थियों का कहना है कि लंबे समय से शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन भर्ती प्रक्रिया में लगातार देरी, पूर्व की अधिसूचनाओं में सीमित अवसर मिलने के कारण अब कई उम्मीदवार अधिकतम आयु सीमा पार कर चुके हैं. मांग है कि TRE-4 के विज्ञापन से पहले उम्र सीमा में सभी वर्गों के लिए 10 साल की छूट की घोषणा की जाए.
1.60 लाख से ज्यादा शिक्षकों की होगी नियुक्ति
बता दें बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE-1, TRE- 2, TRE- 3 के तहत लाखों युवाओं को नौकरी मिल चुकी है. अब जल्द ही BPSC शिक्षक भर्ती के चौथे चरण की परीक्षा हो सकती है. इस भर्ती के तहत प्राथमिक (कक्षा 1-5), मिडिल स्कूल (कक्षा 6-8), सेकेंडरी (कक्षा 9-10) और सीनियर सेकेंडरी (कक्षा 11-12) शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. चौथे चरण में 1.60 लाख से ज्यादा शिक्षकों की नियुक्ति के कयास लगाए जा रहे हैं.
बता दें कि हजारों अभ्यर्थियों की मांग ये भी है कि चौथे चरण की परीक्षा से STET लिया जाए, ताकि सभी छात्रों को मौका मिल सके, लेकिन विभाग का कहना है कि टीआरई-4 चुनाव से पहले होगा. उसके बाद STET की परीक्षा ली जाएगी. जो बचे छात्र हैं, वो टीआरई-5 में शामिल होंगे.