पटनाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के झारखंड दौरे को लेकर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने हमला बोला है. कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने 14 सितंबर को भोजपुरी और मगही को गाली की भाषा बताकर बिहार का अपमान किया था. पांच दिन बाद उनसे मिलने पहुंचे तेजस्वी यादव ने सोरेन के बयान पर कोई विरोध तक नहीं जताया.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आरजेडी (RJD) ने अपने कुशासन में बिहार को मजाक का विषय बनाकर बिहारियों का अपमान कराया था. अब वे बिहार की भाषा का अपमान करने वालों से हाथ मिला रहे हैं. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने जब कांति सिंह और रघुनाथ झा को मंत्री बनवाने के लिए उनके मकान लिखवा लिए, कुली-चपरासी की नौकरी के बदले गरीबों की जमीन हासिल की, तब उनकी पार्टी में विधायक, सांसद, एमएलसी बनने का टिकट बेचना भ्रष्टाचार नहीं, शिष्टाचार बन चुका है.


इस दौरान सुशील कुमार मोदी ने संजीव कुमार सिंह से पांच करोड़ रुपये लेने के बाद कोर्ट से जारी आदेश पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि इस मामेल में तेजस्वी प्रसाद यादव, मीसा भारती सहित छह लोगों पर जल्द मुकदमा दर्ज होना चाहिए.


दो दिनों के झारखंड दौरे पर थे तेजस्वी यादव


बता दें कि तेजस्वी यादव दो दिनों के दौरे पर झारखंड गए थे. रविवार को उनका दूसरा दिन था. वहां उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि झारखंड में 2024 में विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को मजबूत करने की कवायद है. सुशील कुमार मोदी ने इसी मुलाकात को लेकर सवाल उठाए हैं कि हेमंत सोरेन से भोजपुरी और मगही को लेकर दिए गए बयान पर तेजस्वी यादव ने उनका विरोध क्यों नहीं जताया.



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