पटना: आईएएस केके पाठक (IAS KK Pathak) पर बिहार में कार्रवाई की मांग होने लगी है. बासा (BASA) के साथ अब बिहार के सियासी गलियारे से भी आवाज उठने लगी है कि केके पाठक को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बर्खास्त करें. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शनिवार को बयान जारी कर नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होंने आईएएस केके पाठक को तुरंत सस्पेंड करने की मांग की.

'मनोबल गिरा रहे हैं केके पाठक'

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के आदती और पूरी औपनिवेशिक अकड़ से काम करने वाले आईएएस केके पाठक ने अब तक दर्जनों मंत्रियों, विधायकों और अफसरों का अपमान किया, फिर भी मुख्यमंत्री उन्हें संरक्षण देकर कार्यपालिका का मनोबल गिरा रहे हैं.

कानून से कोई मतलब नहीं: सुशील मोदी

डिप्टी कलक्टर स्तर के अधिकारी से गाली-गलौज देकर बात करने वाले वीडियो पर सुशील मोदी ने कहा कि इसे देखने के बाद केके पाठक को तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए. केवल खेद व्यक्त करना काफी नहीं है. कहा कि पाठक ऐसे अफसर हैं, जिन्हें नियम-कानून से कोई मतलब नहीं. उनके शब्द ही कानून हैं. वे दर्जनों लोगों पर मानहानि का मुकदमा ठोक चुके हैं. खुद को जनता का सेवक नहीं, बल्कि अंग्रेजों के जमाने का कठोर शासक समझते हुए काम करते हैं.

आगे बीजेपी नेता ने कहा कि जो अफसर एक पत्रकार को अपने चैंबर में बुलाकर पीट चुका हो और जिसके उद्योग विभाग का वरिष्ठ अधिकारी रहते उद्योग संगठनों को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ा हो, उसके मानसिक स्वास्थ्य की जांच कराई जानी चाहिए. निलंबित किए बिना उनके विरुद्ध कोई भी प्रशासनिक जांच निष्पक्ष नहीं होगी. जो व्यक्ति मुख्यमंत्री को प्रिय है और जो मुख्यसचिव की भी नहीं सुनता हो उसके खिलाफ जांच कौन कर सकता है?

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