नालंदा जिले के चंडी इंजीनियरिंग कॉलेज में सिविल ब्रांच की छात्रा सोनम कुमारी ने हॉस्टल की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद पूरे कॉलेज में अफरातफरी मच गई, छात्रों में गुस्सा फैल गया और उन्होंने प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाए.
जानकारी के अनुसार घायल सोनम को को जब अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने छात्रा सोनम को मृत घोषित कर दिया। छात्रों का आरोप है कि एंबुलेंस दे से पहुंची. अन्य छात्रों का आरोप है कि सोनम की मौत का जिम्मेदार सिर्फ कॉलेज प्रशासन है.
क्या है पूरा मामला
छात्रों का आरोप है कि हादसे के बाद कॉलेज प्रशासन ने मानवता दिखाने में लापरवाही बरती. गंभीर रूप से घायल सोनम को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया. छात्रों के अनुसार प्राचार्य ने निजी वाहन देने से मना कर दिया, जबकि एंबुलेंस देर से पहुंची. रास्ते में ही सोनम की मौत हो गई. इस लापरवाही से गुस्साए छात्रों ने कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. छात्राओं ने कहा कि यदि समय रहते प्रशासन ने मदद की होती, तो उनकी मित्र की जान बच सकती थी.
छात्र पर लाठीचार्ज से पुलिस ने किया इनकार
घटना की सूचना मिलते ही चंडी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. स्थिति बिगड़ने पर भारी संख्या में पुलिस बल, हिलसा एसडीएम और डीएसपी समेत कई वरीय अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे. छात्रों की हिंसा और आगजनी को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कार्रवाई की. हालांकि हिलसा एसडीएम ने इस बात से इनकार किया कि किसी छात्र पर लाठीचार्ज किया गया या उन्हें पीटा गया.
कॉलेज के छात्रों ने प्रशासन से न्याय की मांग की
मृत छात्रा का शव पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया गया है. प्रशासन ने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सोनम की मौत का कारण क्या था. पुलिस और जिले के प्रशासन दोनों ही घटनास्थल पर मौजूद रहकर स्थिति को नियंत्रित करने और छात्रों को शांत कराने में लगे हुए थे. वहीं, कॉलेज के छात्रों ने प्रशासन से न्याय की मांग की है और कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हॉस्टल और कॉलेज प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. घटना ने न केवल कॉलेज परिसर में सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि छात्रों और अभिभावकों में भी चिंता बढ़ा दी है.
घटना की जांच कर रही पुलिस
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की जांच जारी है. जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि सोनम की मौत किन कारणों से हुई, और प्रशासन या कॉलेज प्रबंधन की किसी भी लापरवाही का इसमें कोई योगदान था या नहीं. घटना ने नालंदा जिले में कॉलेज और हॉस्टल सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से सतर्कता की जरूरत को रेखांकित किया है.