पटना: कोरोना संकट काल के बीच राज्य सरकार ने एक बार फिर स्वास्थ्य महकमे में बड़ी फेरबदल की है. राज्य में कोरोना की विस्फोटक स्थिति के बीच राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव का तबादला कर दिया है. सरकार के करीबी माने जाने वाले आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस को ऊर्जा विभाग के सचिव की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है.

इस संबंध में जब प्रत्यय अमृत से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि "अभी अधिसूचना जारी नहीं हुई है. अगर जिम्मेदारी मिलती है तो निश्चित तौर पर यह बहुत बड़ी चुनौती है. पूरी टीम के रूप में मिलकर हमलोग काम करेंगे. कोरोना को लेकर जिस स्थिति में बिहार है, हम लोग टीम के रूप में काम करके लोगों को यथासंभव राहत पहुंचाएंगे."

बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान दूसरी बार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव का तबादला किया गया है. इससे पहले संजय कुमार को हटा कर उदय सिंह कुमावत को जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन अब उनको हटा कर प्रत्यय अमृत को जिम्मेदारी सौंपी गई है. दरसअल दो दिन पहले कैबिनेट मीटिंग में मौजूदा प्रधान सचिव उदय की लापरवाही का मामला उठा था. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शिकायत की थी कि उदय उनकी क्या सरकार के भी निर्देश का पालन नहीं करते हैं. इनकी लापरवाही की वजह से राज्य में कोरोना की स्थिति बदतर होती जा रही है.

इन्हीं शिकायतों के बाद नीतीश कुमार ने मीटिंग के दौरान उदय सिंह कुमावत की क्लास लगाई थी. इसके बाद उन्होंने जब विभाग की समीक्षा की तब आरोपों को सही पाया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के प्राधन सचिव को हटाने का फैसला लिया गया था. हालांकि कोरोना काल में बार-बार स्वास्थ्य सचिव का तबादला कहीं न कहीं सरकार की लापरवाही पर पर्दा डालने की कोशिश लग रही है. इससे पहले भी उन्होंने प्रधान सचिव संजय कुमार का तबादला किया था, जिसके बाद उन्हें काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी थी.