बिहार के चर्चित पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में सीबीआई की विशेष अदालत ने बुधवार (10 सितंबर) को बड़ा फैसला सुनाया. अदालत ने तीन दोषियों को आजीवन कारावास की सजा दी है. यह फैसला पत्रकारिता और लोकतंत्र की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

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मामले की सुनवाई कर रहीं अतिरिक्त जिला न्यायाधीश नमिता सिंह ने दोषियों रोहित कुमार सोनी, विजय कुमार गुप्ता और सोनू कुमार गुप्ता को उम्रकैद की सजा सुनाई. इसके साथ ही तीनों पर कुल 1.5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया. अदालत ने कहा कि यह हत्या एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी, जिसने स्वतंत्र पत्रकारिता पर गहरा प्रहार किया.

राजदेव रंजन की 2016 में गोली मारकर की थी हत्या

गौरतलब है कि दैनिक हिंदुस्तान के पत्रकार राजदेव रंजन की 13 मई, 2016 को सीवान के एक फल बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना से पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया था. रंजन की पत्नी ने उस समय आरोप लगाया था कि इस हत्या के पीछे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कद्दावर नेता और सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का हाथ था.

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सरकार ने सीबीआई को सौंप दिया था केस

बढ़ते दबाव और मामले की गंभीरता को देखते हुए बिहार सरकार ने जांच सीबीआई को सौंप दी थी. सीबीआई ने 15 सितंबर, 2016 को मामला दर्ज किया और 21 दिसंबर को एक नाबालिग आरोपी के खिलाफ पहला आरोपपत्र दायर किया. बाद में एजेंसी ने शहाबुद्दीन, उसके करीबी मोहम्मद अजहरुद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां और अन्य आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश व हत्या समेत कई गंभीर धाराओं में चार्जशीट दाखिल की.

हालांकि, 2021 में मोहम्मद शहाबुद्दीन की कोविड संक्रमण के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद उनके खिलाफ मामला समाप्त कर दिया गया. वहीं, लड्डन मियां और दो अन्य आरोपियों को सबूतों के अभाव में अदालत ने बरी कर दिया. नाबालिग आरोपी के खिलाफ मुकदमा अभी किशोर न्यायालय में लंबित है.

मृतक के परिवार को मिलेगा मुआवजा

सीबीआई प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अदालत ने साथ ही मुजफ्फरपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को मृतक के परिवार को कानून के प्रावधानों के अनुसार मुआवजा उपलब्ध कराने का निर्देश भी दिया है.

पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या को लेकर न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे देश में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे. इस मामले का फैसला लगभग सात साल बाद आया है. अदालत के इस निर्णय से पीड़ित परिवार को न्याय की एक बड़ी उम्मीद मिली है, हालांकि उनके लिए यह दर्द हमेशा बना रहेगा.