बिहार विधनासभा के चुनावों का मतदान संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े आना शुरू हो गए हैं. इस बीच सीमांचल में दूसरे चरण में मतदान संपन्न हुआ है. ऐसे में सभी सीटों के एग्जिट पोल सामने आ गए हैं. एग्जिट पोल्स के रुझानों में ज्यादातर एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिखाई दे रहा है. 

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इस सीमांचल क्षेत्र के भी आंकड़े सामने आए हैं. साथ ही AIMIM के लिए भी सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. इन आंकड़ों में बिहार के सीमांचल क्षेत्र की 24 सीटें शामिल हैं. सीमांचल की इन सभी सीटों पर एनडीए गठबंधन और महागठबंधन की स्थिति कैसी है? आइए जानते हैं.

इस बार सीमांचल में स्थिति क्या हैं?

Axis My India के एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार के सीमांचल की सभी सीटों पर एनडीए गठबंधन को 37% वोट शेयर के साथ 24 में से 8 सीटें जीतने का अनुमान है. दूसरी तरफ महागठबंधन के 15 सीटें जीतने की उम्मीद है. महागठबंधन को इस क्षेत्र में सबसे ज़्यादा 40% वोट शेयर मिल सकता है.

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इसके अलावा प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी को 3% वोट शेयर के साथ 1 सीट जीतने का अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं अन्य 20% वोट शेयर के बावजूद, इस समूह के लिए कोई सीट अनुमानित नहीं है. जिसमें एआईएमआईएम और कई निर्दलीय और छोटी पार्टियां शामिल हैं.

सीमांचल में एआईएमआईएम सक्रिय

सीमांचल क्षेत्र में अररिया में 6 सीटें, किशनगंज में 4, पूर्णिया में 7 और कटिहार में 7 जिले शामिल हैं. किशनगंज और अररिया जैसे जिलों में ऐतिहासिक रूप से अल्पसंख्यक और एआईएमआईएम की मजबूती वाले जिलें है, जो "अन्य" वोटों के मजबूत प्रतिशत में साफ दिख रहा है. 

इन आंकड़ों में इस इलाके में एआईएमआईएम को मजबूती मिली थी. पिछली बार पार्टी ने 5 सीटें जीती थी. इस बार पार्टी के लिए आंकड़े चौंकाने वाले सामने आ रहे हैं. एग्जिट पोल में औवेसी की पार्टी का बुरा हाल होता दिखाई दे रहा है.  फिलहाल यह एग्जिट पोल के अनुमानित नतीजे हैं, असल तस्वीर शुक्रवार (14 नवंबर) को साफ होगी.