भागलपुर: सुल्तानगंज में सोमवार को जब जल लेने के लिए कृष्णा बम (Krishna Bam) पहुंचीं तो उनके आशीर्वाद के लिए भीड़ लग गई. कुछ लोगों को शुरू में पता भी नहीं चला लेकिन जब पता चला कि यही कृष्णा बम हैं तो एक-एक कर लोग पैर छूने लगे. सुल्तानगंज में सोमवार को पहुंची 70 वर्षीय महिला पर सबकी नजर टिकी थी. कई लोग तो देखते ही पहचान गए कि ये कृष्णा बम ही हैं. सुरक्षा घेरे में देखकर लोगों ने अंदाजा लगा लिया.

दरअसल, कृष्णा बम बाबा की ऐसी भक्त हैं जो कोरोना काल के पहले तक 38 बार डाक बम जा चुकी हैं. इस बार वे 39वीं बार बाबा को जल चढ़ाएंगी. कृष्णा बम इतनी शुमार हैं कि बाबा का हर भक्त उनको जानता है. कृष्णा बम की भक्ति ऐसी है कि उनके इंतजार में श्रावणी मेले के आयोजक भी रहते हैं. सोमवार को जैसे ही कृष्णा बम के आने की सूचना आयोजकों (प्रशासन) को मिली तो सभी उनके सम्मान की व्यवस्था मे जुट गए. सुल्तानगंज में उन्हें अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. इसके बाद कृष्णा बम ने गंगा में डुबकी लगाई और संकल्प लेकर यात्रा शुरू कर दी.

मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं कृष्णा बम

कृष्णा बम बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के चकवासु की रहने वाली है. उनका जन्म वैशाली जिले में हुआ. शादी के बाद उन्होंने 1967 में मैट्रिक की परीक्षा पास की. राजनीति विज्ञान से बीए किया. फिर वे सरकारी टीचर बनीं. कृष्णा बम का भगवान शिव के प्रति प्रेम ऐसा है कि वे पाकिस्तान तक भी गईं. आज कृष्णा बम ने जल उठाया है. वो डाक बम जाती हैं जिसमें 24 घंटे के अंदर जल चढ़ाया जाता है. बिना रुके वो 105 किलोमीटर की यात्रा करेंगी.

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