बिहार की राजनीति में एक ऐसा पल आया है, जिसने विगत महीनों की तीखी बयानबाजी और राजनीतिक संघर्षों को नए मायने दे दिए हैं. बिहार के मुख्यमंत्री पद को लेकर उस समय खूब विवाद हुआ था, जब बीजेपी नेता और तब के बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने खुला ऐलान किया था कि वह नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाए बिना अपनी पगड़ी नहीं उतारेंगे.
विधान परिषद में हुई उनकी तीखी नोकझोंक ने पूरे राज्य की राजनीति को गरमा दिया था, लेकिन आज हालात बिल्कुल अलग हैं. उन्हीं सम्राट चौधरी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बन रही है और उन्होंने खुद उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.
जानकारी के अनुसार, वह नेता जो कभी नीतीश को हटाने की कसमें खाते थे, आज उसी नीतीश सरकार में दोबारा डिप्टी सीएम बन गए हैं. यही बिहार की राजनीति की सबसे दिलचस्प कहानी बन गई है.
शपथ ग्रहण के बीच सम्राट चौधरी का बयान वायरल
जानकारी के अनुसार, यह वही दिन है जिसके बारे में कभी गरम माहौल बन चुका था. विधान परिषद में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनसे पूछा था, "आप पगड़ी क्यों पहनते हैं?", तब सम्राट चौधरी ने जवाब दिया था- "जब तक आपको मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाऊंगा, तब तक यह पगड़ी नहीं उतरेगी. यही मेरा संकल्प है." उस बयान को विपक्ष ने अपने तेज राजनीतिक तेवर की मिसाल बताया था.
तब विधायकों ने विधान परिषद के सामने किया था हंगामा
उस समय राज्य में बीजेपी विधायकों ने लगातार तीन दिनों तक विधानसभा और विधान परिषद में हंगामा किया था. उनकी मांग थी कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव 'लैंड फॉर जॉब' केस में चार्जशीट के बाद इस्तीफा दें. राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण था और मानसून सत्र टकराव का केंद्र बन गया था, लेकिन बदलते राजनीतिक समीकरणों ने आज एक नई तस्वीर सामने ला दी है.
चुनाव परिणामों के बाद बीजेपी और जेडीयू एक बार फिर एक साथ आए हैं और गठबंधन की नई सरकार बनने जा रही है. इस सरकार में सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा दोनों को उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है.
तेज तर्रार नेता के रूप में जाने जाते हैं सम्राट चौधरी
यह वही सम्राट चौधरी हैं जिन्हें पार्टी के आक्रामक और तेज तर्रार नेता के रूप में जाना जाता है और जिन्हें कभी बीजेपी का सीएम चेहरा तक कहा गया था. अब वही सम्राट चौधरी, जिन्हें कभी नीतीश कुमार के सबसे मुखर आलोचक के रूप में देखा जाता था, आज उनके नेतृत्व में शपथ ग्रहण मंच पर मौजूद होंगे. राजनीतिक हलकों में इसे "बिहार की राजनीति का बड़ा उलटफेर" कहा जा रहा है, जो बताता है कि राजनीति में कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता.
गांधी मैदान में आज का शपथ ग्रहण समारोह ऐतिहासिक माना जा रहा है. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री, एनडीए के मुख्यमंत्री और विभिन्न दलों के बड़े नेता मौजूद रहेंगे.
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