बिहार के सहरसा से महागठबंधन के प्रत्याशी और इंडियन इनक्लूसिव पार्टी (IIP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आईपी गुप्ता का एक विवादित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. पार्टी के एक कार्यक्रम में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कुछ ऐसी बात कही जो सियासत और समाज दोनों में तीखी प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकती है.

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कार्यक्रम में उन्होंने अलग‑अलग जातियों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर यादव या कोई और लाठी मारता है तो विरोध में 'गला में दांत फंसा कर मार दो'. इस तरह की उकसाने वाली बात का वीडियो कल से तेजी से इंटरनेट पर फैल रहा है.

आईपी गुप्ता ने चुनावी माहौल में दिया भड़काऊ बयान

वीडियो के अनुसार, आईपी गुप्ता ने कई जातियों का नाम लेकर हमला कैसे करना है, यह बताते हुए उकसाने वाला संदेश दिया. उनके इस संदर्भित भड़काऊ बयान ने जिले में चिंता और नाराजगी बढ़ा दी है. सामाजिक मंचों पर वीडियो के साझा होते ही कई लोगों ने इसे निंदनीय और खतरनाक बताया है जबकि कुछ समर्थकों ने उनके कथन का अलग संदर्भ होने का दावा किया है.

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इलाके में सार्वजनिक शांति भंग करने का खतरा

राजनीतिक माहौल में ऐसे बयान पर सवाल खड़े होते हैं क्योंकि चुनावी समय में आग लगाने वाले भाषण समुदायों के बीच तनाव बढ़ा सकते हैं. सहरसा जैसे संवेदनशील इलाकों में नेताओं के सार्वजनिक बयानों का व्यापक प्रभाव रहता है और साम्प्रदायिक या जातिगत भावनाओं को भड़काने वाले वाक्यों से नजदीकी इलाके में सार्वजनिक शांति भंग होने का खतरा रहता है.

इस तरह के बयानों की तत्काल हो जांच- राजनीतिक पर्यवेक्षक

स्थानीय जनता और राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि इस तरह के बयानों की तत्काल जांच होनी चाहिए ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे. वीडियो वायरल होने के बाद शांतिप्रेमी नागरिकों ने संयम बनाए रखने और कानून के तहत कार्रवाई की अपील की है. कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस और चुनाव प्राधिकरण से आग्रह किया है कि वह मामले की तह तक जाकर जांच करें और आवश्यकतानुसार कार्यवाही करें.

वायरल बयान पर आईपी गुप्ता का नहीं आया कोई स्पष्टीकरण

फिलहाल आईपी गुप्ता या उनकी पार्टी की ओर से इस वायरल बयान पर कोई औपचारिक स्पष्टीकरण सार्वजनिक नहीं हुआ है. मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं, यह देखने वाली बात होगी. खासकर चुनावी माहौल में ऐसी हरकतों के दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं. सहरसा प्रशासन और जिला पुलिस से भी उम्मीद की जा रही है कि वे स्थिति पर नजर रखेंगे और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखेंगे.