पटना: राज्यसभा में किसान बिल के पास हो जाने के बाद से देश भर में राजनीति गरमा गई है. विपक्षी बिल को किसान विरोधी बताकर इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं. खासकर बिहार में विधानसभा चुनाव है, ऐसे में पक्ष-विपक्ष इस मुद्दे को पकड़ अपनी-अपनी राजनीति करने में लगी हुई है. इसी क्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने यह घोषणा की है कि इस किसान विरोधी बिल के विरोध में वो 25 सितंबर को प्रदर्शन करेंगे और संसद से लेकर सड़क तक किसानों के आवाज को बुलंद करेंगे.

अन्नदाता को बनाया फण्डदाताओं की कठपुतली

नेता प्रतिपक्ष ने ट्विटर पर वीडियो ट्वीट कर यह जानकारी दी है. वीडियो में एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जहां तक किसान बिल की बात है किसानों में बड़ा आक्रोश है. मैं बार-बार कहता हूं एनडीए सरकार ने जितने अन्नदाता थे उनको उन्होंने अपने फण्डदाताओं कठपुतली बना दिया इनलोगों ने. जिस तरह से हड़बड़ी में इस बिल को पास कराया गया है इससे साफ स्पष्ट है कि इसमें कुछ गड़बड़ घोटाला है. इस सरकार को किसान की शान और किसान की जान की रत्ती भर भी परवाह नहीं है.

किसान बिल से बिचौलियों का होगा फायदा

तेजस्वी यादव ने कहा, " एक सेक्टर बचा था उसे भी मोदी जी ने प्राइवेट कंपनी को बेच दिया. हमलोग विरोध कर रहे हैं. सदन में भी हमने विरोध किया और 25 तारिख को हमलोग सड़क पर भी इसका विरोध करने का काम करेंगे. इस बिल से किसानों को जो लागत आती है उसमें जो बिचौलिया होगा उसको फायदा होगा. किसानों का शोषण किया जाएगा. खाद नियंत्रण प्राइवेट हाथों में चला जाएगा. ऐसे में हम हर कदम पर किसानों के साथ खड़े रहेंगे और उनकी आवाज को संसद से सड़क बुलंद करने का काम करेंगे."

पार्टी प्रवक्ता ने कही यह बात

इधर इस संबंध में पार्टी प्रवक्ता मृयुंजय तिवारी ने बताया कि किसान विरोधी इस बिल के खिलाफ 25 सितंबर को सुबह 11:30 बजे सभी जिलों के पार्टी कार्यकर्ता जिला मुख्यालयों पर इस बिल के विरोध में प्रदर्शन करेंगे. प्रदर्शन के दौरान इस किसान विरोधी बिल को वापस लेने की मांग करेंगे.

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