पटना: इंडिया बनाम भारत (Bharat vs India) पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. इस विवाद को लेकर विपक्ष और बीजेपी (BJP) आमने-सामने है. वहीं, इस मुद्दे को लेकर पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने गुरुवार को बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि क्या यह तभी 'भारत' होगा जब वे (बीजेपी) इसे 'भारत' नाम देंगे? इसका नाम तो पहले से भारत है और इंडिया भी नाम है. हर कोई इसे इंडिया और भारत दोनों कहता है.
'इंडिया' शब्द में गुलामी का प्रतीक दिखता है- बीजेपी
वहीं, इस पर बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि यह लोग बेवजह आपत्ति कर रहे हैं. 'इंडिया' शब्द में गुलामी का प्रतीक दिखता है और भारत में सनातन संस्कृति झलकती है. इन्हें सनातन संस्कृति, हिंदू धर्म से विरोध है. सुशील मोदी ने यह भी कहा कि जी-20 समिट के आमंत्रण पत्र में अगर भारत शब्द लिखा गया है तो फिर इन लोगों को आपत्ति करने की कोई जरूरत नहीं है. कोई नाम बदलने की कवायद नहीं चल रही है. जिनको इंडिया कहना है वह इंडिया कह सकते हैं और जिनको भारत कहना है वह भारत कह सकते हैं.
जी-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज निमंत्रण को लेकर बढ़ा विवाद
बता दें कि इस विवाद की शुरुआत जी-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज निमंत्रण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के बजाय प्रेसिडेंट ऑफ भारत कहे जाने से हुई थी. राजनीतिक घमासान के बीच अटकलें लगाई जा रही हैं कि केंद्र की मोदी सरकार देश का नाम बदलने वाली है. अटकलों को और बल संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने से भी मिला. कहा जाने लगा कि सरकार संसद के विशेष सत्र में भारत बनाम इंडिया मुद्दे पर चर्चा करा सकती है.