Bihar News: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के महाकुंभ पर दिए बयान पर आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी की प्रतिक्रिया आई है. मंगलवार (28 जनवरी) को मृत्युंजय तिवारी कहा कि महाकुंभ आस्था का विषय है. कुंभ पहले भी लगते थे. लोग स्नान करते थे, लेकिन ये बीजेपी का कुंभ नहीं है. बीजेपी जिस तरह से कर रही है उस पर मल्लिकार्जुन खरगे ने बोला है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसी को बुरा लगा तो हम माफी मांगते हैं. उनका (मल्लिकार्जुन खरगे) आस्था पर कोई सवाल नहीं था. 

'बीजेपी वोट की राजनीति करती है'

मृत्युंजय तिवारी ने आगे कहा कि महाकुंभ में लोग पहले भी स्नान करते थे आज भी कर रहे हैं ये सनातन धर्म बीजेपी का नहीं है. सनातन धर्म को बीजेपी अपना बनाकर इस पर वोट की राजनीति करती है. इसी पर मल्लिकार्जुन खरगे का निशाना था.

आरजेडी नेता ने कहा कि इसी पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जो गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोटी, कपड़ा, मकान और बेरोजगारी के जो मुद्दें हैं ये मुद्दे सरकार के अहम हैं. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महाकुंभ के दौरान डुबकी तो हम लोग (इंडिया अलायंसके नेता) भी लगा रहे हैं. अखिलेश यादव ने भी डूबकी लगाई. ये तो आस्था का विषय है, लेकिन बीजेपी धर्म पर सियासत करती है इसी पर खरगे का निशाना था.

क्या बोले थे मल्लिकार्जुन खरगे?

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा में डूबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? आपके पेट को क्या इससे खाना मिलता है. मैं किसी की आस्था के ऊपर दोष नहीं लगाना चाहता हूं. अगर किसी को दुख हुआ तो मैं माफी भी मांगता हूं लेकिन अगर किसी का बच्चा भूखा मर रहा है, मजदूर को मजदूरी नहीं मिल रही और ये लोग हजारों रुपये खर्च करके कॉम्पटिशन करके गंगा में डूबकियां मार रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के इस बयान पर एनडीए के नेता लगातार उन्हें घेर रहे हैं.

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