Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले एक से एक दावे किए जा रहे हैं. पक्ष और विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर हमलावर हैं. इसी क्रम में आरजेडी के विधायक मुकेश रोशन ने बुधवार (05 मार्च, 2025) को सदन शुरू होने से पहले मीडिया से बातचीत में बड़ा बयान दिया है.
आरजेडी विधायक का दावा है कि बीजेपी लगातार नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर दबाव बना रही है कि आरजेडी का बीजेपी में विलय करिए तब ही बिहार में मुख्यमंत्री रहिएगा, नहीं तो जेडीयू तोड़कर बीजेपी बिहार में अपना मुख्यमंत्री बना लेगी और उनको (नीतीश कुमार) केंद्र में भेज देगी. जेडीयू को समाप्त करने के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है.
वहीं चुनावी साल में आरक्षण का मुद्दा भी गरमा रहा है. आरजेडी की मांग है कि बिहार सरकार बढ़े हुए आरक्षण को फिर से पास करे और नौवीं अनुसूची में डलवाए. आरजेडी के विधायक हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर विधानसभा पहुंचे थे. बैनर में नीतीश कुमार की कार्टून स्टाइल में तस्वीर लगी थी और लिखा गया था- 'आरक्षण चोर कुर्सी कुमार'.
आरजेडी के बयान पर क्या बोली बीजेपी?
आरजेडी विधायक के बयान के बाद सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि क्या बिहार की राजनीति में ये संभव है? आरजेडी विधायक मुकेश रोशन के बयान के बाद बीजेपी ने पलटवार किया है. पूर्व मंत्री और बीजेपी के विधायक राम सूरत राय ने कहा कि जेडीयू पर हमलोग विलय के लिए दबाव नहीं बना रहे हैं ना जेडीयू को तोड़ने जैसी कोई बात है. हम लोग चुनाव में एक साथ जा रहे.
राम सूरत राय ने आगे कहा कि नीतीश हमारे आज भी नेता हैं और कल भी हमारे नेता रहेंगे. हम लोगों की एकजुटता से आरजेडी घबराई हुई है और तरह-तरह के दावे कर रही है. आरजेडी को जनता ने विपक्ष में बैठाया है. विपक्ष का काम करें. परिवार चलाएं.
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