पटना: सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश (Harivansh) के रिश्ते को लेकर हमेशा सवाल उठता रहा है. इस मुद्दे पर कई बार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) सीएम नीतीश को घेर चुके हैं. वहीं, बुधवार को जेडीयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नई सूची (JDU National Executive) जारी की है. इसमें 98 सदस्यों को जगह दिया गया है, लेकन जेडीयू की इस नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश का नाम नहीं है. इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में अटकलों का दौर शुरू हो गया है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही उपसभापति हरिवंश ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी.


हरिवंश को लेकर सीएम नीतीश पर सवाल उठता रहा है


एनडीए से अलग होने के बाद सीएम नीतीश कुमार लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं. विपक्षी पार्टियों को एकजुट कर बीजेपी को हराने के लिए रणनीति बनाने में लगातार जुटे हुए हैं, लेकिन इन सब के बाद भी एनडीए से रिश्तों को लेकर नीतीश कुमार प्रशांत किशोर सहित कई विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहते हैं. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश को लेकर सीएम नीतीश पर सवाल उठता रहा है. हरिवंश जेडीयू कोटे से अभी भी राज्यसभा के उपसभापति बने हुए हैं. गठबंधन टूटने के बाद यह पद दूसरे के पास चला जाना चाहिए, लेकिन एनडीए से जेडीयू के बाहर होने के बाद हरिवंश राज्यसभा के उपसभापति पद पर आसीन हैं.


98 सदस्यों को मिला है पद


वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नई सूची में ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. मंगनी लाल मंडल को उपाध्यक्ष बनाया गया है. केसी त्यागी को विशेष सलाहकार सह मुख्य प्रवक्ता बनाया गया है. डॉ. आलोक कुमार सुमन को कोषाध्यक्ष बनाया गया है और रामनाथ ठाकुर को महासचिव बनाया गया है. लिस्ट में पार्टी के सर्वोच्च नेता नीतीश कुमार हैं. इसके अलावा इस लिस्ट में 98 सदस्यों को पद मिला है.


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