पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की. इस दौरान उन्होंने बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा को यह निर्देश दिया कि शीघ्र सीटों के बंटवारे के मामले पर बातचीत कर उसे अंतिम स्वरूप दें. सारे विपक्ष से बात करें और चुनाव की लड़ाई शुरू करें. उन्होंने कहा, " कोरोना काल में सबसे ज्यादा बिहार सरकार असफल रही है. मजदूरों, भ्रष्टाचार और बेरोजगारों के बारे में यह सरकार बात नहीं करती. लेकिन हम करेंगे, कांग्रेस करेगी, बिहार कांग्रेस के साथ पूरी विपक्ष मिलकर करेगी और इस सरकार के खिलाफ लड़ेगी लेकिन सकारात्मक दृष्टिकोण और उपागम से."

बिहार में अगली सरकार हमारी होगी

बिहार के मुखिया सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सुशासन और विकास की बात करने वाले हमारे मुख्यमंत्री आज चुप क्यों हैं, उनकी जनता त्राहिमाम कर रही है. उनकी निष्क्रियता जग जाहिर हो चुकी है. आज हम यह कहना चाहते हैं कि अगली सरकार बिहार में हमारी होगी. हम मिलजुल कर सरकार बनाएंगे. बदलाव अब बिहार से शुरू होगा. हमारे मुख्य मुद्दे रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य हैं. रोजगार बड़े और लघु उद्योगों से मिलेगा. बिहार की शक्ति को फिर से संजोना पड़ेगा. प्यार और इज्जत से सहयोगी बनाना होगा और मिलकर निर्णय लेना होगा.

बाढ़ प्रभावित लोगों तक पहुंचाए सहायता

राहुल गांधी ने बिहार के कांग्रेसजनों का आह्वान किया कि वे बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सघन दौरा करें और बाढ़ प्रभावित लोगों को यथासम्भव सहायता पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि देश के साथ बिहार में भी कोरोना वायरस बड़ी तेजी से फैल रहा है और हमें इस पर भी नजर रखनी है. उन्होंने कहा कि बिहार में लॉकडाउन कोरोना वायरस और बाढ़ के कारण वे कांग्रेसजनों से वर्चुअल संवाद स्थापित कर रहे हैं, लेकिन आनेवाले समय में वे बिहार का व्यापक दौरा करेंगे और जिला और प्रखण्ड तक जाएंगे.

बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि बिहार कांग्रेस का बड़ा स्वर्णिम इतिहास रहा है. भारत में सभी बड़े बदलाव की शुरूआत बिहार से ही होती है. उन्होंने कहा यह आज की बात नहीं है हजारों साल से चली आ रही है, स्वतंत्रता आंदोलन की शुरूआत भी गांधी जी ने पश्चिमी चम्पारण से की थी. किसी भी अत्याचार, नफरत, भ्रष्टाचार एवं क्रोध के खिलाफ लड़ाई की शुरूआत बिहार की धरती से ही होती है.

उन्होंने कहा, "आज के संदर्भ में भी यह काम बिहार में कांग्रेस ही कर सकती है. यह काम मिलकर करना होगा एक दूसरे की इज्जत और प्रतिष्ठा का ख्याल रखते हुए सारी विपक्षी ताकतों को एक साथ एक मंच पर लाने का काम कांग्रेस का है."

देश में आने वाला है बड़ा तूफान

राहुल ने कहा, " हमने फरवरी में कोरोना सुनामी की चेतावनी दी थी, आज आप देख रहे हैं कि कोराना के मामले में हम विश्वगुरू बनने जा रहे हैं. आज फिर मैं कह रहा हूं कि बिहार और पूरा भारत आने वाले छः महिने, साल भर के अंदर इससे भी बड़ा तूफान का सामना करने जा रहा है, वह है बेरोजगारी का, डूबती अर्थव्यवस्था का. इसका कारण यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने और आरएसएस ने मिलकर हमारी संस्थागत ढांचों को ध्वस्त कर दिया है, जिसे कांग्रेस ने बनाया था. पूरे भारत में आज संवैधानिक ढांचे ध्वस्त हो चुके हैं. हमारी युवा शक्ति जाया होगी, पर यह देश फिर खड़ा होना जानती है. ढांचा, रोजगार, अर्थ व्यवस्था फिर खड़ा हो सकता है लेकिन प्यार से नफरत से नहीं और यह काम सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है."

प्रधानमंत्री को सैनिकों के बलिदान का ख्याल नहीं

उन्होंने कहा, " प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं, हमारे सैनिकों के बलिदान का भी उनको ख्याल नहीं है. कहते हैं चाइना भारत की जमीन पर नहीं घुसा है? यह कह कर हमारे बिहार रेजिमेंट के मारे गये बीस सैनिकों का वो अपमान ही तो कर रहे हैं. सीमा पर संकट के समय बिहार रेजिमेंट आगे बढ़कर दुश्मनों से लोहा लेता है. प्रधानमंत्री जी का पोल खुल चुका है, उनके ही रक्षा मंत्रालय ने इस बात की पुष्टी कर दी की चाइना हमारी जमीन के अंदर घुसा है. मैंने जब यह सुना कि चाइना ने हमारा जमीन हड़प लिया और हमारे बीस जवानों को शहीद कर दिया तो गुस्से से मेरा खून खौल गया."

देश में बढ़ रही बेरोजगार युवाओं की फौज

देश में बढ़ती बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में रोजगार के अवसर बढ़ाने पर जोर दिया गया था, जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2014 के लोकसभा चुनाव में 2 करोड़ युवाओं को प्रत्येक वर्ष नियोजित करने का वायदा किया था लेकिन आज देश में बिगड़ती अर्थ-व्यवस्था और दीर्घकालीन लॉकडाउन के चलते बेरोजगार युवाओं की फौज लगातार बढ़ रही है.