लालू यादव के परिवार में कलह के बीच राबड़ी देवी के भाई और पूर्व सांसद सुभाष यादव ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की. परिवार के फूट के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये घमंड का कलह है. उन्होंने कहा घर की बहन-बेटी को मारा-पीटा जा रहा है, भगाया जा रहा है, ये पहली घटना नहीं है बल्कि दूसरी घटना है. उन्होंने भी संजय यादव पर ताबड़तोड़ आरोप लगाए.

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संजय यादव नौकर है- सुभाष यादव

सुभाष यादव ने कहा, "संजय यादव नौकर है. वो महीने पर बहाल होकर आया था. उसके देने के लिए एक लाख रुपये महीना पार्टी से लिया जाता था. वो मुफ्त में नहीं आया था. वो कोई पार्टी का कार्यकर्ता नहीं है. फिर भी ब्लैकमेलिंग करके वो राज्यसभा का सदस्य बन गया. हरियाणा का आदमी जब जब आता है तब लालू परिवार फंसता है."

इसके आगे उन्होंने कहा, "प्रेम चंद गुप्ता ने लालू यादव को फंसा दिया. अब इसने तेजस्वी को फंसा दिया और पार्टी को खा गया. बिहार के अगर किसी गरीब यादव के बच्चे को राज्यसभा का सदस्य बनाते तो यहां के लोग ताली बजाते. अगर ये अकेले कही बिहार में चला जाए तो यादव परिवार के लोग इसकी दवाई कर देंगे."

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राबड़ी देवी के भाई ने कहा कि संजय यादव ने पार्टी का बहुत नुकसान किया. उन्होंने कहा, "तेजस्वी अपनी बहन और भाई को नहीं पहचानते हैं. मैं ज्यादा नहीं बोलूंगा. मैं आरजेडी के पुराने लोगों से अपील करूंगा कि अगर पार्टी को बचाना है तो अच्छे आदमी को चुनिए. उसको नेता बनाकर बिहार में घुमाइए. गरीबों की आवाज को बुलंद करिए." 

तेजस्वी यादव 12 बजे सो कर उठते हैं-  सुभाष यादव

सुभाष यादव ने तेजस्वी यादव पर भी निशान साधा. उन्होंने कहा, "वो 12 बजे सोकर उठते हैं. बिहार की जनता चाहती है कि उनका नेता सुबह 5 बजे मिले. 10 बजे रात को जनता चाहती है कि हमारा नेता हमसे आमने-सामने से बात करे, किसी दलाल के माध्यम से नहीं. जनता का तुरंत काम होना चाहिए." 

तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव में कौन ज्यादा योग्य है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि आज की तारीख में तेज प्रताप ज्यादा योग्य हैं. उनकी भाषा बदल चुकी है. रहन-सहन बदल चुका है.