पटना: जम्मू कश्मीर के पुंछ में ड्यूटी के दौरान 19 वर्षीय अग्निवीर अमृतपाल सिंह ने प्राण न्योछावर कर दिए. सेना की ओर से सलामी नहीं दिए जाने पर यूपी और बिहार में सियासत गरमा गई है. बिहार के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, यूपी के आरएलडी नेता जयंत चौधरी के बाद अब जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने शनिवार (14 अक्टूबर) को ट्टीट कर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं.


जन अधिकार पार्टी (Jan Adhikar Party)  के प्रमुख पप्पू यादव ने ट्टीट कर लिखा कि "अग्निवीर जवान अमृतपाल सिंह देश के लिए शहीद हो गए, लेकिन वह अग्निवीर थे, इसलिए उन्हें शहीद का दर्जा बीजेपी सरकार ने नहीं दिया. उन्हें सलामी नहीं दी जाएगी. एक प्राइवेट एंबुलेंस से शव भिजवा दिया गया. सिर्फ वोट के लिए सेना की शहादत का इस्तेमाल करेंगे! छी!"



अमृतपाल की मौत पर पंजाब में शोक की लहर  


दरअसल, पंजाब के रहने वाले अमृतपाल पिछले साल दिसंबर में अग्निवीर में भर्ती हुए थे. इस साल 10 अक्टूबर को अमृतपाल ने ड्यूटी के दौरान देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी. अमृतपाल की मौत की खबर सुनकर पूरे पंजाब में शोक का माहौल है. अमृतपाल का पार्थिव शरीर लेकर सेना के जवान उनके गांव पहुंचे लेकिन बिना सलामी दिए ही वापस चले गए.


पप्पू यादव ने किया भारत सरकार की घोर निंदा


वहीं सेना के जवानों से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने सरकार की नीति का हवाला दे दिया. इसके बाद अग्निवीर को शहीद का दर्जा न दिए जाने को लेकर पंजाब में कांग्रेस और यूपी में आरएलडी ने केंद्र सरकार को घेरा है. अब बिहार में जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने इस घटना को लेकर भारत सरकार की घोर निंदा की है. उन्होंने कहा कि ऐसा मैंने सोचा नहीं था.


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