प्रशांत किशोर की जन सुराज ने गुरुवार (9 अक्टूबर) को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की. लिस्ट जारी होने के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि इस लिस्ट में सभी वर्ग के लोगों को भागीदारी दी गई है. उन्होंने कहा कि अगर आप लिस्ट को ध्यान से देखेंगे तो कल और कैरेक्टर दोनों ही दिखेगा. सभी जान सुराज परिवार के हिस्सा हैं, जिन्हे टिकट नहीं मिला है उनकी नाराज़गी स्वाभाविक है, लेकिन जान सुराज में बाहुबल और पैसे का बड़बोला नहीं है ये सभी जानते है.

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प्रशांत किशोर ने कहा कि हमने लोगों से वादा किया था कि समाज से अच्छे और बेहतर लोगों को चुनकर निकाला जाएगा. बिना किसी जाति, धर्म, पैसे और परिवार के प्रेशर के ऐसे लोगों को चुनाव लड़ने का अवसर दिया जाएगा जो बिहार को सुधारने का दम रखते हैं.

संख्या के हिसाब से भागीदारी दी गई है- प्रशांत किशोर

इसके आगे उन्होंने कहा कि टिकट बंटवारे में समाज की संख्या के हिसाब से भागीदारी दी गई है. लिस्ट में ऐसे लोगों का नाम है जिनको सामान्य: आप राजनीति में चुनाव लड़ते नहीं देखते हैं. पीके ने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में हजारों बच्चों के गुरू केसी सिन्हा कुम्हरार से चुनाव लड़ रहे हैं. दरभंगा से आरके मिश्रा जो नामचीन आईपीएस रहे हैं, वो चुनाव लड़ रहे हैं. सीपी ठाकुर की पौत्री मोरवा में चुनाव लड़ती दिखाई देंगी. 

टिकट उन्हें मिला जिन्होंंने जन सुराज को आगे बढ़ाया- पीके

जन सुराज के संस्थापक ने आगे कहा, "मटिहानी में आईजीएमएस के पूर्व डॉक्टर अरुण कुमार जो अपनी ईमानदारी के लिए, अपनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं. मटिहानी वैसी सीट है जिसके बारे में लोग समझते हैं कि जो बदमाश लोग हैं, वहीं चुनाव लड़ सकते हैं. लिस्ट में उन लोगों का नाम दिखेगा जो जन सुराज के प्रयास को देखकर इसके साथ जुड़े हैं. जिन्होंने इस प्रयास को आगे बढ़ाने में कंधा लगाया है उन्हें टिकट दिया गया है. सबसे बढ़कर टिकट उनको मिला है जिन्होंने दो ढाई सालों में सबसे ज्यादा जन सुराज को आगे बढ़ाने में मेहनत की है."