पूर्णिया: जिले के रंगभूमि मैदान में 'जाप' प्रमुख पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने शनिवार को 'प्रणाम पूर्णिया' (pranaam poorniya) महारैली आयोजित की. इस रैली में पप्पू यादव अपनी ताकत दिखाई. इस दौरान पप्पू यादव ने खुले शब्दों में कह दिया है कि वह मर मिट जाएंगे, लेकिन पूर्णिया से नहीं हटेंगे. पूर्णिया की सीट से महागठबंधन (Mahagathabandhan) अगर अपना उम्मीदवार उतारता है तो वह हरगिज समझौता नहीं करेंगे और पूर्णिया से ही उम्मीदवारी पेश करेंगे. वहीं, आगे पप्पू यादव ने केंद्र और राज्य सरकार को भी जमकर कोसा.
'5 महीने के भीतर इनका समाधान निकालेंगे'
पप्पू यादव ने अपने एजेंडे को लोगों के सामने रखा. इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार, अफसरशाही, पलायन, भूमि विवाद के मामले पर बोलते हुए कहा कि उनके सांसद बनते ही 5 महीने के भीतर इनका समाधान निकालेंगे या फिर छठे महीने रिजाइन दे देंगे. वहीं, आगे पीएम और सीएम से उन्होंने कई सवाल पूछे. देश के 84 करोड़ लोगों को 5 किलो अनाज के भरोसे क्यों रखा गया है? यह व्यवस्था कब सुधरेगी? सीमांचल और कोसी की गरीबी कब मिटेगी? बाढ़ का अभिशाप कब खत्म होगा? सीमांचल के लोग कब तक गरीबी में जिएंगे?
आगे उन्होंने कहा कि उनकी दिली इच्छा है कि वे महागठबंधन से चुनाव लड़ें, लेकिन इसके लिए वे पूर्णिया की सीट से समझौता हरगिज नहीं करेंगे. मरना पसंद होगा, लेकिन पूर्णिया को छोड़ना पसंद नहीं होगा.
पप्पू यादव ने पूर्णिया से की दावेदारी पेश
बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे से पहले पप्पू यादव की 'प्रणाम पूर्णिया' महारैली कई समीकरणों को बिगाड़ने और बनाने के लिए अब खास बन गई है. एक ओर पप्पू यादव अपना दम दिखाते हुए पूर्णिया की जनता को एकजुट करने में लगे हुए हैं तो दूसरी ओर महागठबंधन के उम्मीदवार की चर्चा अब जोर पकड़नी शुरू कर चुकी है. प्रणाम पूर्णिया महारैली के माध्यम से पप्पू यादव ने महागठबंधन में अपनी एंट्री पर भी दावेदारी पेश की है. वहीं, इस रैली में लाखों की भीड़ जुट हुई थी.
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