CBI Raid के बाद RJD का 'पोस्टर वार'! पार्टी का दावा- सीएम नीतीश और तेजस्वी की नजदीकियों से घबराई बीजेपी
जातीय जनगणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष की नजदीकियां बढ़ रही है. आरजेडी का दावा है कि इसी से घबरा कर केंद्र की बीजेपी सरकार ने CBI की रेड करवाई है.
पटना: बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर बीते शुक्रवार को सीबीआई का छापा पड़ा था. इसके बाद से ही आरजेडी कार्यकर्ता केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमलावर हैं. इसी को लेकर आरजेडी ने एक पोस्टर जारी किया है. पटना स्थित आरजेडी के प्रदेश कार्यालय के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ यह पोस्टर लगाया गया है. इसमें दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक साथ बैठ कर बात कर रहे हैं. वहीं, उन दोनों के ऊपर लिखा हुआ है, "दोनों मिलकर जातीय जनगणना कराएंगे." उसके अलावा पोस्टर के ऊपर में राबड़ी देवी का आवास दिखाया गया है, जिसमें एक तरफ पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तस्वीर लगाई गई है तो दूसरी तरफ आवास के अंदर कुछ तोते जाते दिख रहे हैं, जो इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार का पालतू तोता सीबीआई राबड़ी देवी के आवास में जा रही है.
आरजेडी कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर पर सबसे बड़ी तस्वीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है, जिनके हाथ में एक पिंजरा है, जिसके अंदर एक तोता की तस्वीर है और पिंजरे पर सीबीआई लिखा हुआ है. जो यह दर्शा रहा है कि सीबीआई केंद्र सरकार का पालतू तोता है जिसे कभी भी लालू प्रसाद यादव के पास भेज दिया जाता है. पोस्टर में बड़े अक्षर में लिखा हुआ है, "सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग करना बंद करो." पोस्टर लगाने वाले आरजेडी के प्रदेश महासचिव अरुण कुमार हैं. उनकी भी तस्वीर इस पोस्टर में लगी हुई है. इनके अलावा पोस्टर में निवेदक के रूप में मनोज यादव, ओम प्रकाश चौटाला और इकबाल अहमद की तस्वीर लगी हुई है.
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नीतीश और तेजस्वी की नजदीकियों से घबराई बीजेपी
पोस्टर लगाने वाले निवेदक अरुण कुमार ने कहा कि पोस्टर में यह दर्शाया गया है कि जब जब भारतीय जनता पार्टी असुरक्षित महसूस करती है तब सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करती है. जिस तरह से जातीय जनगणना को लेकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव में नजदीकियां बढ़ रही थी, उससे बीजेपी घबरा गई. उनको यह लग रहा था कि कहीं दोनों मिलकर चला सरकार ना बना ले. इसको लेकर सीबीआई का इस्तेमाल किया गया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर नकेल कसने के लिए तोता रूपी सीबीआई का इस्तेमाल कर लालू यादव के पास भेज दिया.
नौकरी के बदले जमीन लेने के आरोप में सीबीआई ने की थी छापेमारी
बता दें कि लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री काल में 2008 में नौकरी के बदले जमीन लेने के मामला में शुक्रवार को सीबीआई पटना और दिल्ली समेत 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसके बाद से आरजेडी कार्यकर्ताओं में काफी गुस्सा देखा जा रहा है. शुक्रवार की शाम को भी भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता राबड़ी आवास के बाहर जमा हो गए थे और केंद्र सरकार और सीबीआई के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. और अब पोस्टर के जरिए अपनी भड़ास निकाल रहे हैं.
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