कैमूरः मोहनिया थाना क्षेत्र के एक गांव में शौच के लिए 28 जून को घर से निकली युवती का गुरुवार को शव मिलेने के बाद हड़कंप मच गया. लड़की के लापता होने के बाद 30 जून को ही परिजनों ने जाकर मोहनिया थाने में शिकायत की लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी और डांटकर उन्हें भगा दिया गया.


अगर पुलिस ने तत्परता दिखाई होती तो शायद युवती की जान बच जाती. पुलिस की सुस्ती के कारण गुरुवार को दिन में नाबालिग लड़की की डेड बॉडी दुर्गावती नदी से मिला. युवती के परिजनों ने शव की पहचान की. इधर मरने के बाद युवती को शव वाहन भी नसीब नहीं हो सका. ठेले पर रख उसकी लाश को पुलिस ने रामगढ़ थाने लाया जिसके बाद कागजी कार्रवाई पूरा कर पोस्टमार्टम कराया.


घटना के बाद शव को एनएच-2 पर रखकर प्रदर्शन


पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को उसे सौंप दिया. इधर, घटना से नाराज परिजनों ने शव को लेकर दिरिखली टोल टैक्स के पास एनएच-2 को घंटों जाम कर बवाल काटा. परिजनों थाना प्रभारी को सस्पेंड और लड़की का बलात्कार कर हत्या करने का आरोप लगाकर आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग करने लगे.


मौके पर पहुंचकर पुलिस ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन परिजन बड़े पदाधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. मौके पर मोहनिया डीएसपी ने पहुंचकर परिजनों की मांग को स्वीकार किया. इसके बाद युवती का शव हटाकर लोगों ने जाम समाप्त किया.  


परिजनों की मांग पर जांच कर की जाएगी कार्रवाई


इस मामले में युवती के बड़े पिता ने कहा कि पुलिस के पास आवेदन देने के लिए गए तो वहां से पुलिस ने थाने से भगा दिया, डंडा दिखाया गया. हमारी मांग है कि दोषी को सख्त सजा दी जाए. मुआवजा मिले और थाना प्रभारी को तत्काल सस्पेंड किया जाए. एक ग्रामीण ने कहा कि लड़की के साथ जिसने भी दुष्कर्म कर उसकी हत्या की है उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. इस संबंध में मोहनिया डीएसपी रघुनाथ सिंह ने बताया कि परिजनों की तीन मांग है. तीनों बिंदुओं पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी.


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