Lok Sabha Elections: पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) ने लालू यादव (Lalu Yadav) से मुलाकात कर ली है. बीते बुधवार (21 मार्च) को दोनों नेताओं ने मुलाकात की है. दोनों के बीच क्या बात हुई है यह उन्होंने अभी तक मीडिया के सामने खुलासा नहीं किया है, लेकिन अंदरखाने से जो बातें सामने आई हैं वह पशुपति पारस की पार्टी के लिए ठीक नहीं है.


पशुपति ने मांगी चिराग वाली पांच सीटें


पार्टी से जुड़े कुछ सूत्रों ने बताया कि पशुपति पारस ने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की और उन्होंने पहला प्रस्ताव यह रखा कि चिराग पासवान जिन पांच सीटों पर लड़ने वाले हैं वही पांच सीटें उन्हें दे दी जाए. हालांकि इस पर लालू प्रसाद यादव राजी नहीं हुए. पशुपति पारस ने तीन सीटों की डिमांड अंतिम रूप में की. इसमें समस्तीपुर, नवादा और अपने लिए खुद हाजीपुर की सीट मांगी है.


लालू प्रसाद यादव ने समस्तीपुर और नवादा सीट को उसी वक्त खारिज कर दिया जबकि उनके लिए हाजीपुर सीट के लिए भी पूरी तरह से हरी झंडी नहीं दी है. लालू प्रसाद ने कहा है कि इस पर निर्णय लिया जाएगा. अब पशुपति पारस यह समझ चुके हैं कि महागठबंधन उन्हें तरजीह नहीं दे रहा है. हाजीपुर सीट को लेकर भी महागठबंधन में संशय की स्थिति बनी हुई है.


प्रिंस राज के विचार पशुपति पारस से अलग


पशुपति पारस क्या करेंगे, महागठबंधन में उनकी एंट्री होगी या नहीं होगी यह कहना मुश्किल दिख रहा है. स्व. रामचंद्र प्रसाद पासवान के बेटे और सांसद प्रिंस राज का भी चाचा पशुपति पारस के प्रति विचार मिलता नहीं दिख रहा है. एक नेता ने बताया कि प्रिंस राज अपने नेताओं से यह कह रहे हैं कि पशुपति पारस को समझाया जाए. बीजेपी से नाता तोड़ना ठीक नहीं है. बता दें कि एनडीए की ओर से प्रिंस राज को बिहार में एमएलसी और मंत्री पद देने का ऑफर मिला था जबकि पारस को किसी राज्य का राज्यपाल बनने का ऑफर मिला था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रिंस राज इस पर तैयार हैं और बीजेपी के नेताओं के टच में भी हैं.


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