बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मुस्लिम महिला के हिजाब पर हुए विवाद के बाद राजनीति गरमाई हुई है. इस मुद्दे पर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. उन्होंने साफ कहा कि वायरल वीडियो में हिजाब को जबरदस्ती हटाने जैसी कोई बात नहीं हुई. नीतिश कुमार का व्यवहार एक पिता की तरह था. 

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पप्पू यादव ने कहा कि वीडियो में दिख रही स्थिति को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वीडियो में नीतिश कुमार ने जिस तरह बातचीत की, उससे पिता और बेटी जैसे रिश्ते की भावना झलकती है. पप्पू यादव ने कहा कि यह आवश्यक नहीं है कि हर आलोचना नकारात्मक ही हो. आलोचना का स्वरूप रचनात्मक होना चाहिए और तथ्यों के आधार पर होना चाहिए.

सीएम नीतीश कुमार की नीयत पर सवाल उठाना गलत- पप्पू यादव

पप्पू यादव ने स्वीकार किया कि हम यह नहीं कह सकते कि किसी के हिजाब को हटाना सही है. कोई भी धार्मिक और व्यक्तिगत वस्तु जबरदस्ती हटाई जानी चाहिए, यह अनुचित है. लेकिन उनका कहना था कि इस मामले में जो भी बातचीत हुई वो सिर्फ एक संवाद था. उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की नीयत पर सवाल उठाने से पहले पूरे घटनाक्रम को समझना आवश्यक है.

वायरल वीडियो ने लोगों के मन में पैदा किया भ्रम- पप्पू यादव

पप्पू यादव ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने लोगों के मन में भ्रम पैदा किया है. उन्होंने कहा कि हम सभी को यह सोचने की आवश्यकता है कि क्या यह घटना वास्तव में वैसी ही थी जैसी उसे पेश किया जा रहा है. यदि किसी को असहजता महसूस हुई हो, तो उस पर सकारात्मक और संवेदनशील ढंग से विचार किया जाना चाहिए.

विवादित वीडियो को राजनीतिक रंग देना सही नहीं- सांसद

सांसद ने यह भी कहा कि नीतिश कुमार ने जो व्यवहार किया, वह किसी को अपमानित करने का नहीं था. उन्होंने कहा कि बिहार में लोकतंत्र और सम्मान के साथ सभी समुदायों के अधिकारों का संरक्षण किया जाता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मुद्दे पर लोग आपसी समझ और संवाद से समाधान निकालेंगे. पप्पू यादव ने कहा कि विवादित वीडियो को राजनीतिक रंग देना सही नहीं है और इसे तूल देकर सामाजिक तनाव नहीं फैलाना चाहिए.

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