सोमवार (01 दिसंबर, 2025) को लोकसभा में एसआईआर को लेकर खूब बवाल हुआ. विपक्ष के हंगामे को देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार (02 दिसंबर, 202) तक के लिए स्थगित कर दी गई है. दरअसल विपक्ष लगातार एसआईआर के मुद्दे पर बहस की मांग कर रहा था. एसआईआर पर अब एनडीए के सहयोगी दलों की ओर से प्रतिक्रिया आई है.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, "पिछला सत्र आप देख लीजिए जिस तरीके से एसआईआर का एक मुद्दा लेकर पूरा सदन वॉशआउट कर दिया. उसी तरह का असार इस सत्र में भी देखने को मिल रहा है. सरकार पूरी तरह से तैयार हैं जिस पर वो चर्चा करना चाहते हैं हम जरूर हर विषय पर चर्चा करेंगे, लेकिन विपक्ष की जिम्मेदारी बनती है कि सदन की गरिमा बनाए रखे और सत्र को चलने दें."
एलजेपी (रामविलास) सांसद अरुण भारती ने कहा, "यहां देश के लिए नीतियां बनती हैं. सभी नागरिकों की उम्मीदें होती हैं कि संसद चलेगा और देशहित में नीतियां बनेंगी…" सांसद शांभवी चौधरी ने कहा, "यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है और यहां देश के लिए नीति बनाने के लिए और अपने क्षेत्र की आवाज को उठाने के लिए जनप्रतिनिधि चुनकर आते हैं. यहां योजनाओं का निर्माण होता है...यह चर्चा करने की जगह है…"
दिलीप जायसवाल का राहुल गांधी पर हमला
इस पूरे मुद्दे पर बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिहार के सात करोड़ से ज्यादा मतदाताओं ने एसआईआर को नकारने का काम किया. राहुल गांधी ने एसआईआर के नाम पर बिहार में जो वोट चोरी की यात्रा निकाली थी पूरे देश में संदेश गया कि राहुल गांधी अफवाह फैलाने का काम करते हैं. राहुल गांधी को सोचना चाहिए कि मतदाता सूची का शुद्धीकरण आवश्यक है. जिनकी मृत्यु हो गई है उनका नाम हटना चाहिए. जो दो जगह से मतदाता है उनका नाम एक जगह से हटना चाहिए.
विपक्ष पर हमला करते हुए उधर जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा, "एसआईआर के मुद्दे पर ही बिहार चुनाव में गए थे. कहां जाकर लोगों ने बैठा दिया? पूरे बिहार में एसआईआर हुआ. चुनाव आयोग कहता रह गया कि किसी का नाम वोटर लिस्ट से कटा है तो बताएं. कोई पार्टी एक शिकायत लेकर नहीं गई. इसके बाद बिहार का चुनाव हुआ. चुनाव के पहले एसआईआर के नाम पर बिहार में यात्रा हुई. उसके बाद चुनाव में क्या हुआ ये सबके सामने है."
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