पटना: गुरुवार को पटना में समीक्षा बैठक के दौरान सियासी गलियारे में कुछ अलग ही नजारा दिखा. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बीजेपी (BJP) पर कृपा बरसाते दिखे और बगल में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) सब कुछ सुनते रहे. बीजेपी के सांसद और मीसा भारती को हराकर मंत्री बनने वाले रामकृपाल यादव (Ram Kripal Yadav) ने बिक्रम में एक ट्रॉमा सेंटर बनाए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि पहले ही एलान हुआ था जब सीपी ठाकुर स्वास्थ्य मंत्री थे लेकिन अब तक नहीं बना.  


इस बीच तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहटा में एक है. इस पर रामकृपाल यादव ने कहा कि आपको पता नहीं है वह ईएसआईसी (ESIC) का है. बिक्रम में जिस जगह का आवंटन होना है वह राज्य सरकार की है. जमीन आवंटन नहीं होने की वजह से वहां पर ट्रॉमा सेंटर का निर्माण नहीं हो सका है. वहां आसपास में भी ट्रॉमा सेंटर नहीं है. नीतीश ने पूछा कि किस जमीन की बात कर रहे हैं. किसकी जमीन है? इस पर कहा गया कि जल संसाधन विभाग की जमीन है. वहां पर बना दीजिए. इस पर नीतीश ने अधिकारी को बुलाया और तुरंत कहा कि देख लिया जाए किस जमीन की बात कर रहे हैं. उस पर काम करवा दिया जाए.


रामकृपाल ने मांग पत्र सौंपा


इस दौरान पटना के ज्ञान भवन में समाधान यात्रा के अंतर्गत आयोजित समीक्षात्मक बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद राम कृपाल यादव ने अपने संसदीय क्षेत्र पाटलिपुत्र से संबंधित कुल 16 सूत्री मांग के त्वरित निष्पादन का मामला उठाते हुए मांग पत्र सौंपा. इसमें मुख्य रूप से मसौढ़ी में तारेगना आरओबी निर्माण कार्य, बिक्रम में ट्रॉमा सेंटर का निर्माण कार्य, पालीगंज के समदा में पुनपुन नदी पर और मसौढ़ी के डेवां दरियापुर में दरधा नदी पर पुल का निर्माण कार्य होना है. कई और मांगी है.


सांसद राम कृपाल यादव ने कहा कि समाधान यात्रा में अगर समस्या का समाधान अधिकारियों द्वारा नहीं किया जाता है तो मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है की समाधान यात्रा फेल है, यह नीतीश कुमार का खेल है.


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