पटना: सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अंग्रेजी भाषा को लेकर कुछ दिन पहले चर्चा में आ गए थे. उन्होंने एक कार्यक्रम में अंग्रेजी भाषा में बोले जाने पर एक अधिकारी को फटकार लगा दी थी. वहीं, सोमवार को एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार विधान परिषद में अंग्रेजी में लिखे जाने को लेकर भड़क गए. उन्होंने अंग्रेजी (English) में लिखे जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में इस तरह से क्यों लिखते हैं? इसका कोई मतलब नहीं है. हिंदी को एकदम खत्म ही कर दीजिएगा क्या? वहीं, इस पर बीजेपी (BJP) के प्रवक्ता निखिल आनंद (Nikhil Anand) ने ट्वीट कर नीतीश कुमार को गंभीर मनोवैज्ञानिक बीमारी होने की बात कही.


'हिंदी को एकदम खत्म ही कर देना है क्या' 


सदन में अंग्रेजी में लिखे जाने पर सीएम ने कहा कि अंग्रेजी में सब कुछ लिखा गया है. इसका क्या अर्थ है?  ये सब फालतू चीज है. इसको ठीक कराइए. सब हिंदी में रहना चाहिए. वहीं, बता दें कि कुछ दिन पहले पटना के बापू सभागार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसान समागम में शामिल हुए थे. सभा के दौरान अधिकारी अंग्रेजी में बात कर रहे थे. ये चीज मुख्यमंत्री को पसंद नहीं आई, फिर क्या था वह भड़क गए और वहीं पर अधिकारियों की क्लास लगा दी थी. उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि आप लोगों को अपने देश की भाषा हिंदी बोलते हुए शर्म आ रही है क्या?



बीजेपी ने साधा निशाना


वहीं, अंग्रेजी पर सीएम के गुस्से पर बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'बिहार के सीएम नीतीश कुमार को गंभीर मनोवैज्ञानिक बीमारी हो गई है. नीतीश कुमार अंग्रेजी सुन वैसे ही भड़कते हैं जैसे कोई सांड लाल कपड़ा देखकर भड़कता है. स्वयंभू, आत्ममुग्ध और अपने मुंह मियां मिट्ठू हो चुके नीतीश कुमार अपना दिन काटने के लिए जनता का वक्त बर्बाद कर रहे हैं'.


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