पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) एक बार फिर जनता की समस्या को सुनने के लिए जनता दरबार पहुंचे. जनता दरबार में आज मुख्यमंत्री शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, श्रम संसाधन, विज्ञान प्रौद्योगिकी, आईटी, सामान्य प्रशासन से जुड़ी समस्याओं को सुन रहे हैं. हालांकि आज ज्यादातर लोग शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या को लेकर जनता दरबार में पहुंचे थे. एक से बढ़कर एक केस सुनकर नीतीश कुमार भी सन्न रह गए.


जनता दरबार में शिकायत लेकर पहुंचे सहरसा के युवक सन्नी कुमार ने बताया कि उसके गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र पर ही अतिक्रमण कर लिया गया है. जिसके कारण भवन निर्माण नहीं हो पा रहा है और यह कब्जा गांव के लोगों के द्वारा ही किया गया है. यह क्षेत्र बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है जिसके कारण उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण होना जरूरी है. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग को फोन लगाकर इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया.


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मुजफ्फरपुर में 6000 बच्चों का नहीं हो सका नामांकन


मुजफ्फरपुर से पहुंचे एक व्यक्ति ने फरियाद सुनाते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर में मध्य विद्यालय में शिक्षा अधिनियम के तहत 6000 बच्चों का नामांकन होना था लेकिन एक भी बच्चे का नामांकन नहीं हो पाया है. इसके बाद मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को फोन लगाकर इसे देखने के लिए कहा. इस बात की जानकारी दी और फिर युवक को शिक्षा विभाग के पास कार्रवाई के लिए भेज दिया.


वहीं मुंगेर से पहुंचे एक युवक ने कहा कि 2020 में उसकी बेटी को बाढ़ के दौरान सांप ने काट लिया था. उसे सहायता राशि नहीं मिली. मुख्यमंत्री ने फोन लगाया और इस संबंध में जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने निर्देश दिया कि अब तक ये क्यों नहीं हुआ? इसके तत्काल करवा दें.


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