बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक और नया सर्वे जारी हुआ है. इस सर्वे के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता बरकरार है. नए जेवीसी पोल सर्वे के अनुसार, जेडीयू को इस बार काफी बढ़त मिल सकती है. पार्टी को 53 सीटें मिलने का अनुमान है, जो 2020 में मिली सीटों से 10 ज़्यादा है.

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अगस्त में हुए सर्वे में जेडीयू को मिला थीं सिर्फ 29 सीटें 

जेवीसी पोल सर्वे के अनुसार ही अगस्त में हुए एक सर्वे में जेडीयू को सिर्फ 29 सीटें मिली थीं, लेकिन अब यह आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है. सर्वे में नीतीश कुमार को बिहार की जनता की पहली पसंद और सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जा रहा है. भाजपा को इस बार 71 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि राजद 74 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रह सकती है. पिछले चुनाव में भाजपा ने 74 और राजद ने 75 सीटें जीती थीं,

सर्वे के मुताबिक वोट शेयर में कौन पार्टी मारेगी बाजी?

वोट शेयर के लिहाज से एनडीए को 41-45% वोट मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को 37-40% वोट मिलने का अनुमान है. प्रशांत किशोर की पार्टी, जन सुराज, को भी इस बार 'एक्स-फैक्टर' माना जा रहा है. सर्वेक्षणों के अनुसार, यह नई पार्टी 10-11% वोट हासिल करके चुनावों में मजबूत शुरुआत कर सकती है. सर्वेक्षण के अनुसार, एनडीए को 131 से 150 सीटें मिलने का अनुमान है। भाजपा को 66-77 सीटें, जेडी(यू) को 52-58 सीटें और एनडीए के अन्य सहयोगियों को 13-15 सीटें मिलने का अनुमान है.

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महागठबंधन के लिए, सर्वेक्षण में राजद को 57-71 सीटें, कांग्रेस को 11-14 सीटें और अन्य को 13-18 सीटें मिलने का अनुमान है, जिससे विपक्षी गठबंधन को कुल 81-103 सीटें मिल सकती हैं. प्रशांत किशोर की जन सूरज पार्टी को 4-6 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि एआईएमआईएम, बसपा और अन्य को 5-6 सीटें मिलने का अनुमान है.

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