Revising Bihar Voter List: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम चल रहा है. विपक्ष के नेता तो इसके खिलाफ आवाज उठा ही रहे हैं और अब एनडीए में शामिल उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने शुक्रवार (04 जुलाई, 2025) को इस मसले पर कहा कि समय कम है, चुनाव आयोग को इसे थोड़ा पहले कर लेना चाहिए था.

हालांकि आरएलएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा, "चुनाव आयोग जो कुछ भी कर रहा है, उस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर मतदाता सूची में रिवीजन किया जा रहा है तो इसमें किसी को क्या आपत्ति होनी चाहिए? मतदाता सूची में रिवीजन होना चाहिए. जो भी आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं, उन पर चुनाव आयोग को खुलकर बात करनी चाहिए."

'एनडीए के अंदर एकमत… नीतीश के नेतृत्व में होगा चुनाव'

दूसरी ओर उपेंद्र कुशवाहा ने विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों को लेकर कहा कि एनडीए में एकमत है कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. उनके नेतृत्व में हम जीतेंगे और उनके नेतृत्व में बिहार में सरकार बनेगी. कुशवाहा ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे कुछ भी कहते हैं.

उधर कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान का कहना है कि इलेक्शन आयोग चोर दरवाजे से बीजेपी को जितवाना चाहता है. खास तौर से जो हमारे दलित समाज है, जिसके पास न जमीन है न कागज है, पलायन कर चुका है, वो कहां से कागज देगा? संवैधानिक अधिकार है जब हम व्यस्क होते हैं तो हम वोटर बन जाते हैं. ये जिस दरवाजे का इस्तेमाल कर रहे हैं वो हम लोग होने नहीं देंगे. 2024 में जिसने वोट दिया है उसको आप छांट दीजिएगा तो क्या होगा. सरकार को समझना चाहिए.