Patna NCP Party Office Vacated: शरद पवार गुट के नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी ( NCP) को बिहार में भी बड़ा झटका लगा है. बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने आज शुक्रवार को पटना के वीरचंद पटेल स्थित एनसीपी कार्यालय को खाली करा दिया है. पार्टी कार्यालय को खाली करने के लिए जिला प्रशासन के जरिए नियुक्त दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की टीम और भवन निर्माण विभाग की टीम पहुंची और कार्यालय को खाली कराया गया. ऑफिस खाली करके सभी सामानों को सड़क पर रख दिया गया. 

नवंबर 2024 को ही कार्यालय आवंटन हुआ रद्द 

हालांकि कार्यकर्ताओं ने समान को नहीं उठाया और काफी देर तक वह सामान सड़क पर पड़ा रहा. खाली करने आए दंडाधिकारी वेद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा समाप्त हो गया है. अब यह पार्टी सिर्फ क्षेत्रीय पार्टी रह गई है और बिहार में इस पार्टी को क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त नहीं है. बिहार सरकार के भवन निर्माण ने पिछले वर्ष 14 नवंबर 2024 को एनसीपी के कार्यालय वीर पथ वीरचंद पटेल पर स्थित आवास संख्या 13 के आवंटन को रद्द कर दिया था.

विभाग के जरिए उसके बाद से कई बार नोटिस दी जा रही था कि इस भवन को खाली कर दे. इतने दिनों में इन लोगों ने जब कार्यालय को खाली नहीं किया तो आखिरी नोटिस इन्हें 2 जनवरी को दी गई और उस दिन रिसीव कराया गया है.  उसी दिन कार्यालय गेट के बाहर दीवार पर भी नोटिस को चिपकाया गया है. उस नोटिस में साफ लिखा हुआ था कि 7 दिन के अंदर कार्यालय को खाली कर दे अन्यथा बलपूर्वक खाली कराया जाएगा. इसकी उसकी रिसीविंग हम लोग के पास भी है. जिलाधिकारी की ओर से हमें दंडाधिकारी नियुक्त किया गया और हम खाली करवा रहे हैं.

पार्टी कार्यालय खाली कराए जाने पर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष मो. राहत कादरी ने कहा कि बिहार की सरकार तानाशाह सरकार बन गई है और इसी तानाशाही में हमारी पार्टी को कार्यालय को खाली कराया जा रहा है. उन्होंने राजनीति टिप्पणी करते हुए कहा कि बिहार में जितने भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं उसमें सिर्फ एनसीपी का ही प्रदेश अध्यक्ष मुस्लिम है और हम सीमांचल से आते हैं जहाँ एनसीपी का प्रभाव  बढ़ रहा था. इस कारण इसे रोकने का प्रयास किया गया है और रेंडम प्रोग्राम बनाकर षड्यंत्र रचा गया है. उन्होंने आरोप लगाया मजिस्ट्रेट ने आदेश पत्र भी नहीं दिया जा रहा है.

'नोटिस देने की बात मेरे सामने अभी तक नहीं आई'

उन्होंने कहा कि पहले कोई नोटिस देने की बात मेरे सामने अभी तक नहीं आई है. आज सुबह मुझे एक अचानक 9:00 बजे सूचना मिली की पार्टी कार्यालय खाली कराया जा रहा है. मजिस्ट्रेट कार्यालय को खाली कराने लगे तो आज मैं डीएम को फोन लगा रहा हूं तो वह फोन नहीं उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमान गवर्नर है.  सरकार की मंशा थी कि मुस्लिम गवर्नर भेजने के बाद बिहार के मुसलमान की प्रति लोगों के दिल में जगह बनेगी, लेकिन मुस्लिम गवर्नर होते हुए भी एक मुस्लिम का गला काटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए हम हाईकोर्ट में जाएंगे.

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