नवादा जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के दत्तरौल गांव में बुधवार (3 सितंबर) को आहर में स्नान के दौरान एक ही परिवार के चार लोगों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है. यह हादसा कर्मा पूजा के दिन हुआ, जब बहनें अपने भाइयों की लंबी आयु के लिए पूजा करती हैं. लेकिन इस घटना ने उत्सव के माहौल को मातम में बदल दिया. एक युवक ने आहर के पास एक महिला को डूबते देखा और उसे बचाया. महिला ने बताया कि चार अन्य लोग पानी में डूब गए हैं.
गोताखोरों ने निकाले शव
गांव वालों ने तुरंत सूचना दी और एक दर्जन से अधिक गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी मृतकों के शवों को बाहर निकाला. इस हादसे ने पूरे परिवार और गांव को गहरे सदमे में डाल दिया. कर्म एकादशी के अवसर पर एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया. मृतकों की पहचान शंभू पासवान की पत्नी ज्योति देवी (लगभग 35 वर्ष), उनकी बेटी खुशी कुमारी (लगभग 11 वर्ष), और कृष्णा पासवान की बेटियों पूजा कुमारी (लगभग 18 वर्ष) और अनामिका कुमारी (लगभग 11 वर्ष) के रूप में हुई है.
तालाब पर मिट्टी लेने गई थी महिलाएं
सभी महिलाएं और बच्चियां कर्म एकादशी के पूजा-अनुष्ठान के लिए गांव के तालाब पर मिट्टी लेने गई थीं. इस दौरान स्नान करते समय अचानक गहरे पानी में डूबने से यह दुखद हादसा हुआ. शंभू पासवान, जो बेंगलुरु में प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं और 7-8 महीने पहले ही गांव आए थे, अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए मेहनत कर रहे थे. वहीं, कृष्णा पासवान गांव के पंचायत समिति सदस्य हैं.
मृतकों के परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान
स्थानीय लोगों और प्रशासन ने शोकग्रस्त परिवार की सहायता के लिए कदम उठाए हैं. लेकिन इस अपूरणीय क्षति ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया है. नवादा के डीएम रवि प्रकाश ने मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. घटना के कुछ घंटों बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी. यह घटना नवादा में हाल के दिनों में डूबने से हुई कई मौतों में से एक है, जिसने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है.