छठ पर्व की खुशियों के बीच दरभंगा में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया. धोई नवटोली वार्ड संख्या 13 में रहने वाले 22 वर्षीय संतोष कुमार यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस वारदात ने न सिर्फ शहर में सनसनी फैला दी बल्कि त्योहार की रात मातम में बदल गई.

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इधर, पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी गई है. पुलिस ने पीड़ित परिवार का आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.

क्या है पूरा मामला?

संतोष कुमार यादव जो स्वर्गीय मुकेश कुमार यादव के पुत्र थे. धोई पीपर चौक के पास स्थित ठाकुर कोचिंग सेंटर के सामने आयोजित भोज में शामिल होने गए थे. बताया जाता है कि भोज के दौरान कुछ युवक शराब के नशे में हंगामा करने लगे. उन्होंने वहां मौजूद लोगों से बदतमीजी और मारपीट शुरू कर दी. इसी दौरान संतोष यादव ने बीच-बचाव करने की कोशिश की और किसी तरह विवाद को शांत कराया.

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जानकारी के अनुसार, जब माहौल थोड़ा शांत हुआ और संतोष वहां से अपने घर की ओर लौट रहे थे, तभी वे रास्ते में उन ही नशे में धुत युवकों के निशाने पर आ गए. आरोप है कि युवकों ने बाइक से ओवरटेक करते हुए संतोष पर तीन गोलियां दाग दीं. गोलियां लगते ही संतोष गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़े.

घटना के बाद परिवार में मचा कोहराम

स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें डीएमसीएच (दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल) पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद संतोष को मृत घोषित कर दिया. संतोष की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और चश्मदीदों से पूछताछ की. आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके.

आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मामला आपसी विवाद और नशे की हालत में हुई झड़प का परिणाम प्रतीत होता है. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है.

छठ जैसे पवित्र पर्व पर हुई इस हत्या ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके.