मोकामा विधानसभा से जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद बिहार की सियासत में हलचल मच गई है. इस बीच बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने रविवार (2 नवंबर) को गया में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अनंत सिंह अभी दोषी नहीं पाए गए हैं, पुलिस सिर्फ पूछताछ के लिए उन्हें लेकर गई है.
मंत्री ने कहा कि बिहार में कानून का राज है और पुलिस प्रशासन पूरी तरह अपने नियमों और कानून के अनुसार काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का एकमात्र उद्देश्य है कि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न हों. अगर किसी व्यक्ति या प्रत्याशी के खिलाफ शिकायत मिलती है, तो पुलिस जांच-पड़ताल करती है और सभी बिंदुओं पर स्थिति स्पष्ट करती है.
राज्य में शांति बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता
डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि पुलिस जांच करने के लिए स्वतंत्र है. किसी व्यक्ति को दोषी तभी कहा जा सकता है जब अदालत में उस पर आरोप साबित हो जाएं. अभी जांच की प्रक्रिया जारी है, इसलिए अनंत सिंह को दोषी नहीं कहा जा सकता है. पुलिस केवल पूछताछ के लिए उन्हें ले गई है. उन्होंने कहा कि जहां-जहां पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान होना है, वहां प्रशासन की कड़ी निगरानी है. सरकार और पुलिस दोनों की प्राथमिकता है कि राज्य में शांति और व्यवस्था बनी रहे.
गिरफ्तारी से चुनाव पर असर पड़ना स्वाभाविक
अनंत सिंह की गिरफ्तारी से चुनाव प्रभावित होने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि यह तो स्वाभाविक है. जब कोई प्रत्याशी गिरफ्तार होता है, तो चुनाव पर उसका असर पड़ता ही है. हालांकि कानून के तहत बेल का प्रावधान है और आगे की कार्रवाई पुलिस व अदालत के स्तर पर तय होगी.
इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रहे कुछ लोग
डॉ. प्रेम कुमार ने विपक्ष पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि यह पूरी तरह एक कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रिया है. डॉ. प्रेम कुमार ने जनता से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करते हुए शांतिपूर्वक मतदान करें.