बिहार में एनडीए की नई सरकार बनने के बाद आज (सोमवार) से पांच दिनों के लिए विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो गई है. इस बीच महागठबंधन में टूट के दावे किए जा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से लेकर बीजेपी विधायक प्रमोद कुमार ने यह चौंकाने वाला दावा किया है.
सोमवार (01 दिसंबर, 2025) को विधानसभा पहुंचे पूर्व मंत्री और बीजेपी के विधायक प्रमोद कुमार ने कहा कि महागठबंधन में महाटूट होगी. आरजेडी के आधे विधायक उधर से इधर हो जाएंगे. कांग्रेस और एआईएमआईएम में भी टूट होगी. महागठबंधन डूबता जहाज है. वहां कोई नहीं रहना चाहता. महागठबंधन के विधायकों को एनडीए के जिन दलों में जाने का मन होगा उसमें जाएंगे.
'मुझे नहीं लगता है डूबती नाव में कोई रहना चाहेगा'
उधर बीते रविवार (30 नवंबर, 2025) को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मीडिया से कहा था कि एनडीए अपने आप में मजबूत है. 200 से ज्यादा सीटों के साथ हम लोगों का गठबंधन है. विपक्ष के विधायकों को लेकर उन्होंने कहा, "मैं मानता हूं कई ऐसे विधायक हैं जिनको इस बात का एहसास है कि एनडीए के साथ जुड़कर ही वो अपनी सोच या बिहार के विकास को या अपने क्षेत्र के विकास को गति दे पाएंगे. ऐसे में कई विधायक गाहे-बगाहे हम लोगों के संपर्क में हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सोच के साथ जुड़ना चाहते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व के साथ जुड़ना चाहते हैं. कब कौन किसके साथ जुड़ रहा ये मैं कह नहीं सकता, लेकिन विपक्ष जिस तरीके से पूरी तरह से धराशायी हो चुका है मुझे नहीं लगता है कि इस डूबती नाव में कोई और अब रहना चाहेगा."
इस दावे पर कांग्रेस के विधायक कमरुल होदा ने कहा, "कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट है. कांग्रेस के सभी छह विधायक साथ हैं. कोई टूट नहीं होगी.एनडीए जो दावा कर रहा है कि कांग्रेस में टूट होगी यह भ्रामक दावा है. हम लोग एनडीए के संपर्क में नहीं हैं न एनडीए ने हम लोगों से संपर्क किया है. पांच साल महागठबंधन बिहार में एकजुट रहेगा. बीजेपी के पास इतना पैसा नहीं कि कांग्रेस को खरीद ले.
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