Elections 2024: लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी की ओर से प्रत्याशियों की सूची जारी की जा रही है लेकिन बिहार फिलहाल उस सूची में नहीं. वजह साफ है कि बिहार में सीटों को लेकर मामला फंसा है. अभी तक बंटवारा नहीं हुआ है. इन सबके बीच एक आंकड़ा सामने आया है जिससे लगभग तस्वीरें साफ हो गई हैं कि एनडीए में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला क्या है.


समझिए क्या कहते हैं सीटों के आंकड़े


दरअसल बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. इस बार एनडीए गठबंधन में कई दल शामिल हैं. बीजेपी और जेडीयू के अलावा जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान और मुकेश सहनी को सीट देनी है. चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस को माना जा रहा है कि इस बार सीट नहीं दी जाएगी. ऐसे में समझिए कि आंकड़े क्या कहते हैं.


मुकेश सहनी नहीं माने तो उपेंद्र कुशवाहा को होगा फायदा


40 लोकसभा सीटों में से बीजेपी 16, जेडीयू 16, एलजेपी रामविलास (चिराग) पांच, आरएलएम (उपेंद्र कुशवाहा) एक, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (जीतन मांझी) एक और विकासशील इंसान पार्टी (मुकेश सहनी) को एक सीट दी जाएगी. वहीं दूसरी ओर अगर मुकेश सहनी से सहमति नहीं बनी तो यह एक सीट उपेंद्र कुशवाहा को दे दी जाएगी. ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा को फायदा हो जाएगा.


एक से दो दिन में हो जाएगा ऐलान


एनडीए गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर जो खबर सामने आ रही है उसको देखें तो एक से दो दिन में औपचारिक तौर पर इसका ऐलान हो जाएगा. गुरुवार को होने वाला कैबिनेट विस्तार टल गया है. अब 15 मार्च को मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना है. इसके बाद एक से दो दिन में एनडीए में शामिल दलों को कितनी-कितनी सीटें दी जाएंगी इसकी घोषणा भी हो जाएगी. बता दें कि महागठबंधन में भी सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है. वहां भी देखना होगा कि कांग्रेस और आरजेडी में कितने पर बात बनती है.


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