Bihar News: पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा में बुधवार (7 फरवरी) को जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawahar Lal Nehru) की चिट्ठियों का उल्लेख किया था और दावा किया कि नेहरू आरक्षण के खिलाफ थे. पीएम मोदी के इस बयान के बाद एनडीए में शामिल एलजेपी-रामविलास के सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि ये तथ्य आम जनता के सामने आने चाहिए. चिराग ने साथ ही दावा किया कि कांग्रेस को इस बार सबसे कम सीटें मिलेंगी.


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक चिराग ने कहा, ''पीएम मोदी ने तथ्यों के साथ सारी बातें रखी हैं और तथ्य जनता के सामने आनी जरूरी है. हमारे प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सोच जो आरक्षण को लेकर रही है, संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के समय के प्रधानमंत्री की सोच आऱक्षण को लेकर जो थी, वह चौंकाने वाली है. यही कारण है कि कांग्रेस का धीरे-धीरे पतन होते जा रहा है. 2014 और फिर 2019 और अब लगता है कि 2024 में कांग्रेस अपने ऑल टाइम लो (सबसे कम सीटें) पर होगी.''






पीएम मोदी ने राज्यसभा में कही थी यह बात
पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा था कि जवाहरलाल नेहरू ने उस वक्त मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने लिखा था कि मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं. मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दें और दोयम दर्जे की ओऱ ले जाए. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस अपने जन्म से ही आरक्षण विरोधी है. जवाहरलाल नेहरू कहते थे कि अगर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला तो काम का स्तर गिर जाएगा. पीएम मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि ये लोग आज बता रहे हैं कि कौन सी जाति के कितने अधिकारी है. पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम आरक्षण की 50 प्रतिशत की लिमिट को उखाड़ फेंकेंगे.


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