पटना: राजधानी पटना के डीएम चंद्रशेखर (DM Chandrashekhar) ने स्कूलों की छुट्टी फिर बढ़ा दी है. इसके बाद फिर उनको केके पाठक (KK Pathak) ने पत्र भिजवा है. शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद से पटना के डीएम को भिजवाए पत्र में कहा है कि आपने शिक्षा विभाग के आदेश के बाद भी स्कूलों को बंद किया है. यह विभाग के आदेश का साफ तौर पर उल्लंघन किया गया है. आप स्कूल बंद करने के लिए शिक्षा विभाग से अनुमति नहीं ले रहे हैं.


'शीतलहर में सिर्फ बच्चों की सेहत पर कैसे असर पड़ता है?'


शिक्षा विभाग के पत्र में पटना के डीएम को कहा गया है कि आपने क्षेत्राधिकार के बाहर जाकर धारा 144 के तहत त्रुटिपूर्ण आदेश निकाला है. आंख मूंदकर सरकारी स्कूलों में धारा 144 लगा कर स्कूल बंद करना गलत है. पत्र में कहा गया की शीतलहर में सिर्फ बच्चों की सेहत पर कैसे असर पड़ता है? बुजुर्ग, बीमार लोगों की सेहत पर भी तो असर पड़ता. दुकानों, पार्क, मॉल में बच्चे जा रहे हैं उसके लिए आपने धारा 144 लगाया क्या?


पटना के डीएम और शिक्षा विभाग के बीच लेटरबाजी जारी


बता दें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने 20 जनवरी को एक आदेश जारी किया था कि बिना शिक्षा विभाग की अनुमति के स्कूल बंद न किए जाएं. आदेश के बाद भी पटना के डीएम ने कक्षा 8वीं तक स्कूल को बंद कर दिया. इस पर शिक्षा विभाग ने पत्र जारी किया. इससें लिखा था कि अपर मुख्य सचिव के निर्देशानुसार जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वे अपने जिले के सारे स्कूलों को खुला रखने की कार्रवाई सुनिश्चित करें. इस पत्र पर डीएम ने कहा कि दंड प्रक्रिया संहिता-1973 की धारा 144 में प्रदत्त शक्तियों के तहत कक्षा 8 तक के स्कूलों को बंद रखने का न्यायिक आदेश निर्गत किया गया है. इसमें विभागीय अनुमति लेने का प्रावधान नहीं है. इसके बाद फिर से छुट्टी को डीएम ने बढ़ा दिया. इस पर फिर से शिक्षा विभाग ने पत्र जारी कर दिया है.


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