पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान की रविवार (8 अक्टूबर) को पटना में तीसरी पुण्यतिथि (Ram Vilas Paswan Death Anniversary) मनाई गई. लोकसभा चुनाव से पहले इस बहाने केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से दो बड़ी मांग की. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाजीपुर स्टेशन का नाम रामविलास पासवान और हाजीपुर में उनकी मूर्ति बनाने की मांग की है. कहा कि रामविलास पासवान सीएम नीतीश कुमार के अच्छे मित्र थे इसीलिए उनसे मैं यह मांग करना चाहता हूं. अब देखना होगा कि केंद्रीय मंत्री की मांग सीएम नीतीश कितना पूरा करते हैं.


पटना स्थित पार्टी कार्यालय में इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, सांसद प्रिंस राज समेत पार्टी के तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने केंद्र सरकार से रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग की है.


'गरीबों के मसीहा थे भैया'


भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि दिवंगत रामविलास पासवान हमारे देवता थे और हमारे बड़े भाई थे. उन्होंने गरीबों के लिए जो कुछ किया वह कभी नहीं भुलाया जा सकता है. वह गरीबों की और देश की सेवा लगातार करते रहे. निश्चित तौर पर जिस तरह का काम उन्होंने गरीबों के लिए किया. उनसे प्रेरणा लेकर ही हम लगातार काम कर रहे हैं.


जातीय गणना नहीं, एक सर्वे है: पशुपति पारस


वहीं केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बिहार में हुई जातीय गणना पर नीतीश सरकार पर हमला किया. उन्होंने कहा कि यह जातीय गणना नहीं, एक सर्वे है और जो आंकड़े पेश किए गए हैं वह पूरी तरह से गलत हैं.  केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने साफ कहा कि हमारे पासवान समाज के साथ धोखा किया गया है. अगर संख्या की बात करें तो यादव के बाद पासवान समाज ही आता है. इसको राजनीति की भावना से किया गया है, क्योंकि हम लोग अभी एनडीए गठबंधन में है. इस आंकड़े को लेकर सीएम नीतीश कुमार से दोबारा जांच की मांग करता हूं. जो भी अधिकारी इसमें संलिप्त हैं, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.


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